श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश कर रहे एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने मार गिराया. बीएसएफ प्रवक्ता ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि 31 जुलाई से एक अगस्त 2024 की रात को सांबा सेक्टर में सीमा चौकी खोरा के पास तैनात बीएसएफ जवानों ने संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया.
घुसपैठिए को बीएसएफ बाड़ के पास आते देख सतर्क जवानों ने खतरे को बेअसर कर दिया और घुसपैठ की कोशिश को सफलतापूर्वक रोक दिया. जम्मू-कश्मीर में 2024 के पहले सात महीनों में हत्याओं में मामूली वृद्धि देखी गई. इसमें कुल 68 मौतें दर्ज की गई. स्थानीय पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, यह पिछले साल की इसी अवधि में 62 से अधिक मौते हुई. हालांकि यह आंकड़ा पिछले सालों की तुलना में काफी कम है.
2024 के शुरुआती सात महीनों में मारे गए लोगों में 17 नागरिक, 17 सुरक्षाकर्मी और 34 आतंकवादी शामिल हैं. यह पिछले दशक के सबसे घातक वर्ष 2019 से बिल्कुल अलग है. जब कुल हत्याओं की संख्या 231 तक पहुंच गई थी, जिसमें 22 नागरिक, 74 सुरक्षाकर्मी और 135 आतंकवादी शामिल थे. डेटा में यह भी बताया गया है कि 2018 में जुलाई तक 218 मौतें दर्ज की गई. ये 2014 के बाद से सबसे अधिक नागरिक (45) और आतंकवादी (122) हताहतों की संख्या है. 2019 में सुरक्षाकर्मियों की सबसे अधिक मौत (74) हुई थी. इसके विपरीत, 2023 में 2014 के बाद से कुल हत्याओं की सबसे कम संख्या देखी गई. इसमें 62 मौतें हुई जिनमें 9 नागरिक, 13 सुरक्षाकर्मी, 38 आतंकवादी और दो अज्ञात व्यक्ति शामिल थे.