जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024: राहुल गांधी 4 सितंबर को शुरू कर सकते हैं प्रचार अभियान - Rahul Gandhi
Rahul Gandhi likely to campaign on September 4: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. क्षेत्रीय दलों के साथ राष्ट्रीय दलों के नेता भी चुनाव प्रचार अभियान में कूद गए हैं. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी का भी केंद्र शासित प्रदेश में दौरा करने की चर्चा है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी करेंगे जम्मू-कश्मीर का दौरा (प्रतीकात्मक फोटो) (ANI)
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 4 सितंबर को चुनाव प्रचार के लिए जम्मू-कश्मीर का दौरा कर सकते हैं. विपक्ष के नेता के डूरू विधानसभा क्षेत्र का दौरा करने की उम्मीद है, जहां से कांग्रेस ने गुलाम अहमद मीर को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस ने 27 अगस्त को एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा हस्ताक्षरित एक दस्तावेज में आगामी जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए नौ उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की. प्रमुख नेता गुलाम अहमद मीर डूरू से और विकार रसूल वानी बनिहाल से चुनाव लड़ेंगे.
पीरजादा मोहम्मद सईद महत्वपूर्ण अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, जबकि शेख रियाज डोडा सीट से चुनाव लड़ेंगे. पार्टी ने त्राल सीट से सुरिंदर सिंह चन्नी, देवसर से अमानुल्लाह मंटू, इंदरवाल से शेख जफरुल्लाह, भद्रवाह से नदीम शरीफ और डोडा पश्चिम से प्रदीप कुमार भगत को मैदान में उतारा है.
समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी जम्मू-कश्मीर चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन को अपना समर्थन दिया है. सपा अध्यक्ष जिया लाल वर्मा ने बुधवार को बताया कि पार्टी आगामी जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ेगी और दूसरे या तीसरे चरण में नामांकन दाखिल करने की संभावना है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 18, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को होगा. जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के बीच हुए सीट बंटवारे के अनुसार नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) 90 में से 51 सीटों पर और कांग्रेस 32 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
दोनों पार्टियां पांच सीटों पर भी चुनाव लड़ेंगी. दोनों पार्टियों ने सीपीआई (एम) और पैंथर्स पार्टी के लिए एक-एक सीट छोड़ी है. जम्मू और कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 7 सीटें अनुसूचित जातियों के लिए और 9 सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं. चुनाव आयोग के अनुसार जम्मू-कश्मीर में 88.06 लाख मतदाता हैं. अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में होने वाले ये पहले विधानसभा चुनाव हैं.