नई दिल्ली: इजराइल दूतावास ने 21 मई को नई दिल्ली में इजराइल का 76 वां राष्ट्रीय दिवस मनाया. शाम के कार्यक्रम में इजराइल और भारत के राष्ट्रीय गान बजाना और इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग का एक विशेष वीडियो संदेश शामिल था. इजराइल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने पिछले साल 7 अक्टूबर को अपनी मातृभूमि पर भयानक हमास आतंकवादी हमलों के बाद इजराइल के साथ समर्थन और एकजुटता के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा कि वह 'इतिहास के सही पक्ष पर खड़े रहे'.
राष्ट्रपति ने इजराइल के स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान वीडियो संदेश में कहा, 'हालांकि भारत दुनिया के सबसे बड़े देशों में से एक है और इजराइल सबसे छोटे देशों में से एक है, फिर भी बहुत कुछ है जिसे हम एक साथ साझा करते हैं. हम दोनों पूरी तरह से आधुनिक राष्ट्र हैं जो दृढ़ लोकतांत्रिक आदर्शों पर आधारित हैं, लेकिन हम परंपरा में भी गहराई से निहित हैं. इतने सारे क्षेत्रों में, हमारी साझेदारी मजबूत व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों से लेकर सार्थक सांस्कृतिक, शैक्षणिक, तकनीकी और वैज्ञानिक आदान-प्रदान तक बढ़ती है'.
राष्ट्रपति हर्जोग ने की पीएम मोदी की सराहना
उन्होने कहा, 'निःसंदेह, हमारे द्वारा साझा किए गए संबंध संकट के समय में और अधिक अर्थपूर्ण हो जाते हैं. प्रधानमंत्री मोदी 7 अक्टूबर के नरसंहार की निंदा करने वाले पहले विश्व नेताओं में से एक थे. उन्होंने इतिहास के सही पक्ष पर कायम रहना जारी रखा है'.राष्ट्रपति ने कहा,'मुझे यकीन है कि हम भारत-इजरायल संबंधों को द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संदर्भों की बढ़ती श्रृंखला में व्यक्त होते देखेंगे'.
वैश्विक नेतृत्व में भारत की भूमिका के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डालते हुए, राष्ट्रपति हर्जोग ने कहा कि नई दिल्ली ने 'मानवता और सभ्यता के मूल्य' और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की उम्मीद में जोर-शोर से और स्पष्ट रूप से बोलना जारी रखा है. जैसे-जैसे आपका लोकतंत्र और अर्थव्यवस्था बढ़ती है, वैश्विक नेतृत्व में आपकी भूमिका बढ़ती है और विस्तारित होती है. एक तथ्य यह है कि हम इजराइल में एक उभरते नेता के रूप में सराहना और स्वागत करते हैं.
असाधारण संबंधों का प्रमाण है - इजराइली दूत गिलोन
गिलोन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, '7 अक्टूबर से, भारत की सरकार और लोग दोनों इजराइल के पक्ष में खड़े थे. यह भारतीय और यहूदी लोगों के बीच असाधारण संबंधों का प्रमाण है. यह हम कभी नहीं भूलेंगे. हमें यहां जितना समर्थन मिलता है, वह आश्चर्य से कम नहीं है. यह भारतीय और यहूदी लोगों के बीच असाधारण संबंधों का प्रमाण है'.
इस वर्ष का उत्सव, जिसका विषय 'इजराइली वीरता' था, 7 अक्टूबर से इजरायली लोगों के लचीलेपन और साहस का एक मार्मिक यादकारक था. इस अवसर पर विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. राजदूत नाओर गिलोन ने आगे कहा, 'यह स्वतंत्रता दिवस जटिल और दर्दनाक है, लेकिन हमारा संकल्प मजबूत है. जबकि हम इस स्वतंत्रता दिवस को मना रहे हैं, हमारी संवेदनाएं उन 128 प्रियजनों के साथ हैं जो अभी भी बंदी हैं. उनकी तत्काल रिहाई हमारी सच्ची आशा और सतत मिशन बनी हुई है'.