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आज है इंटरनेशनल प्लांट हेल्थ डे 2024: जानें पौधों के लिए क्यों हानिकारक हो रहे इंसान - International Day of Plant Health - INTERNATIONAL DAY OF PLANT HEALTH

International Day of Plant Health : यदि पेड़-पौधे नहीं होते तो इंसान का वजूद भी नहीं होता क्योंकि इंसान 80 फीसदी भोजन के लिए और 98 फीसदी ऑक्सीजन के लिए पेड़-पौधों पर ही निर्भर है. ऐसे में जानिए कि हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस किस उद्देश्य से मनाया जाता है. पढ़ें पूरी खबर...

International Day of Plant Health 2024
अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस 2024 (ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 12, 2024, 12:20 AM IST

Updated : May 12, 2024, 7:26 AM IST

हैदराबाद : पेड़-पौधे पृथ्वी का जीवन हैं और हम सभी उन पर आश्रित हैं. हम पेड़-पौधों की वजह से ही सांस लेते हैं और भोजन कर पाते हैं. पौधे हमारे लिए 80 फीसदी तक भोजन और 98 फीसदी तक ऑक्सीजन विकसित करते हैं. लेकिन आज के दौर में इंसानी बस्ती पौधों के जीवन को नुकसान पहुंचा रही है. कई गंभीर बीमारियां और कीट हर साल 40 फासदी तक खाद्य फसलों को बर्बाद कर देते हैं. जिसके कारण वातावरण में कई बदलाव देखे जा रहे हैं, और इस बदलाव का असर इंसानों पर भी पड़ रहा है. इस बदलाव को रोकने और पौधों के संरक्षण के लिए हर साल 12 मई को अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है.

यह दिन पौधों के स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ व्यापार सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है. दरअसल, यह दिवस भूख को रोकने, गरीबी को कम करने, जैव विविधता की रक्षा करने के लिए खास तौर से पूरी दुनिया में मनाया जाता है. इस दिन का उद्देश्य आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए पौधों के स्वास्थ्य की रक्षा की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है.

बता दें, पौधे हमारे द्वारा उपभोग किए जाने वाले भोजन का 80 प्रतिशत और हमारे द्वारा ग्रहण की जाने वाली ऑक्सीजन का 98 प्रतिशत बनाते हैं, फिर भी वे कीटों और बीमारियों से गंभीर रूप से प्रभावित होते हैं. एफएओ के अनुसार, हर साल 40 प्रतिशत तक खाद्य फसलें पौधों के कीटों और बीमारियों से नष्ट हो जाती हैं, जिसका न केवल कृषि पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है, बल्कि वैश्विक भूख भी बढ़ती है.

इसके कारण ग्रामीण आजीविका को खतरा होता है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को सालाना 220 अरब डॉलर तक का नुकसान होता है. आक्रामक कीड़े, जो बीमारियां फैला सकते हैं, पौधों के स्वास्थ्य और जैव विविधता के लिए अतिरिक्त खतरा पैदा करते हैं. अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण में पादप स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है.

अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस 2024 इस वर्ष रविवार 12 मई 2024 को मनाया जा रहा है. यह तारीख मदर्स डे के साथ मेल खाती है, जो माताओं के प्यार, देखभाल और बलिदान को पहचानने का एक कार्यक्रम है.

अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस 2024 : थीम
अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस 2024 का विषय 'पौधा स्वास्थ्य, सुरक्षित व्यापार, डिजिटल प्रौद्योगिकी' है. जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियाँ पारिस्थितिक तंत्र को बदल रही हैं और जैव विविधता को खतरे में डाल रही हैं, साथ ही कीटों के पनपने के लिए नए स्थान बना रही हैं.

ऐसे में पौधों की सुरक्षा के लिए कदम उठाकर हम भूख को रोकने, गरीबी को कम करने, जैव विविधता की रक्षा करने और भावी पीढ़ियों के लिए आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं.

अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र ने हाल ही में भूख को रोकने, गरीबी को कम करने और पौधों की सुरक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस मनाने की घोषणा की. बता दें, संयुक्त राष्ट्र के द्वारा पौधों के स्वास्थ्य की सुरक्षा की आवश्यकता पर जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस (आईडीपीएच) की स्थापना की गई है. आईडीपीएच प्रस्ताव को मार्च 2022 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सर्वसम्मति से अपनाया गया था. जिसे बोलीविया, फिनलैंड, पाकिस्तान, फिलीपींस, तंजानिया और जाम्बिया द्वारा सह-हस्ताक्षरित किया गया था.

यह प्रस्ताव 2050 तक बढ़ती वैश्विक आबादी का समर्थन करने के लिए आवश्यक कृषि के सतत विकास में स्वस्थ पौधों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देगा. यह पारिस्थितिक तंत्र को विनियमित करने, खाद्य सुरक्षा और पोषण प्रदान करने और जैव विविधता को बढ़ावा देने में पौधों के कार्यों को भी स्वीकार करता है.

अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य दिवस
अंतरराष्ट्रीय पादप स्वास्थ्य वर्ष 2020 की एक महत्वपूर्ण विरासत है, जिसे मानव स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पादप स्वास्थ्य के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 2020-2021 में शुरू किया गया था.

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Last Updated : May 12, 2024, 7:26 AM IST

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