नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ट्रेवलिंग करने के लिए देश का सबसे पॉपुलर माध्यम है. साथ ही यह किफायती भी है. यही वजह है कि रेलवे की टिकट को लेकर हमेशा मारामारी देखने को मिलती है. रेलवे कई लोगों को टिकट के किराए में छूट भी देता है. जिन लोगों को टिकट में छूट मिलती है उनमें सीनियर सिटीजन, दिव्यांग, मरीज, खिलाड़ी, डॉक्टर, स्वतंत्रता सेनानी, युद्ध लड़ने वाले सैनिक, मान्यता प्राप्त पत्रकार,सैनिकों की विधवा, नर्स, आर्टिस्ट, पुरस्कार विजेता वगैरा शामिल हैं.
इसके अलावा रेलवे की ओर से कई अन्य यात्रियों को भी किराए में रियायत दी जाती है. इतना ही नहीं स्टूडेंट्स को भी रेलवे टिकट पर छूट का प्रावधान है. हालांकि, लोगों को किराए में छूट रेलवे काउंटर से ही दी जाती है. ऐसे में अगर आप भी यात्रा की योजना बना रहें तो पहले यह जान लें कि रेलवे किन-किन यात्रियों को किराए में छूट देता है और उनको किस आधार पर छूट दी जाती है.
किराए में छूट के लिए क्या हैं नियम?
बता दें कि यात्री को मिलने वाली छूट केवल बेसिक किराए में दी जाती है. किराए में मिलने वाली छूट ट्रेन की कैटेगरी पर भी निर्भर करती है. यानी किराए में मिलने वाली छूट इस बात पर निर्भर होती है कि आप सुपरफास्ट ट्रेन से सफर कर रहे हैं, एक्सप्रेस से कर रहे हैं या फिर स्पेशल ट्रेन से.
किराए में किन लोगों को मिलती है छूट?
रेलवे में यात्रा करने वाले स्टूडेंट्स, दृष्टिबाधित व्यक्ति, विकलांग, पैरापेलेजिक व्यक्तियों, टीबी, कैंसर, किडनी और गैर संक्रामक कुष्ठ रोगियों को भी किराए में छूट दी जाती है. इसके अलावा रेलवे मानसिक रूप से मंद लोगों भी को 300 किलोमीटर की न्यूनतम दूरी के लिए किराए में छूट देता है.
रेलवे की ओर से किराए में छूट पाने वाले लोगों में हार्ट पेशेंट, हेमोफिलिया के मरीज, युद्ध में जान गंवाने वाले सैनिकों की विधवाओं, आतंकवादियों और चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई में मारे गए सुरक्षाबलों की विधवाएं, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षक, श्रम पुरस्कार विजेता, औद्योगिक श्रमिक, पुलिसकर्मियों की विधवाएं, सीनियर सिटिजन, राष्ट्रीय बहादुर पुरस्कार विजेताओं के माता-पिता और बच्चे, पुलिस पदक पुरस्कार विजेता, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता कोच और खिलाड़ी भी शामिल हैं. इसके अलावा स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित प्रोग्राम में जाने वाले स्टूडेंट्स भी किराए में छूट के पात्र होते हैं.
छात्रों को कितनी छूट?
भारतीय रेलवे स्कूल और कॉलेज जाने वाली लड़कियों को सामान्य श्रेणी के एमएसटी (मासिक सीजन टिकट) पर मुफ्त यात्रा की सुविधा प्रदान करता है. यह रियायत स्नातक तक की लड़कियों द्वारा ली जा सकती है. लड़के भारतीय रेलवे में कक्षा 12 तक सामान्य श्रेणी के एमएसटी पर मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकते हैं. पंजीकृत मदरसों के छात्रों को भी सामान्य श्रेणी के एमएसटी पर ट्रेनों में मुफ्त यात्रा की सुविधा उपलब्ध है.