नई दिल्ली: इस साल देश में साइबर क्राइम के कई बड़े मामले सामने आए हैं. ऐसे अपराधों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई. हालांकि सरकार ने इसपर काबू पाने के लिए सिस्टम डेवलप किए हैं. इस बीच सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि इस साल एक जनवरी से 11 नवंबर तक देश में 14,41,717 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं.
इन मामलों में निवेश घोटाला, अंशकालिक नौकरी घोटाला, तत्काल ऋण, डिजिटल गिरफ्तारी, डेटिंग घोटाला, धन वापसी घोटाला, फर्जी गेमिंग ऐप, साइबर गुलामी, सेक्सटॉर्शन, गलती से धन हस्तांतरित करना आदि सहित सबसे अधिक प्रचलित साइबर घोटाले शामिल हैं. सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि इस साल की पहली तिमाही में डिजिटल गिरफ्तारी घोटाले में देशभर के लोगों ने 120.3 करोड़ रुपये गंवाए हैं.
निवेश और नौकरी घोटाले से जुड़े 100,360 मामले दर्ज किए गए, जिनमें 3216 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. आंकड़ों के अनुसार इस साल एक जनवरी से 11 नवंबर तक देशभर में विभिन्न साइबर अपराधों में कुल 19,888.42 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. दिलचस्प बात यह है कि इन सभी साइबर घोटालों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4सी) यहां चल रहे 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चला रहा है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए आई4सी के एक वरिष्ठ अधिकारी डॉ. दीपक कुमार ने कहा कि उन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. सभी आयु वर्ग के लोग उनकी प्रदर्शनी में आ रहे हैं और साइबर घोटालों और उनसे निपटने के तरीके के बारे में पूछताछ कर रहे हैं. कुमार ने कहा, 'इस जागरूकता अभियान के माध्यम से हम लोगों को विभिन्न प्रकार के धोखाधड़ी के बारे में जागरूक करने की कोशिश कर रहे हैं जो चलन में हैं. देश भर में लोगों को निशाना बनाने वाले वर्तमान टॉप क्राइम में इनवेस्टमेंट घोटाला, डिजिटल अरेस्ट, डेटिंग घोटाला, वर्क फ्रॉम होम घोटाला शामिल है.'
गौरतलब है कि मन की बात कार्यक्रम के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को बढ़ते 'डिजिटल गिरफ्तारी' घोटाले के बारे में चेतावनी दी थी, जहां धोखेबाज पीड़ितों को डराने और पैसे ऐंठने के लिए कानून प्रवर्तन या सरकारी अधिकारी का रूप धारण करते हैं. आई4सी पहल का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा कि लोग तत्काल सहायता पाने के लिए सभी विवरणों के साथ 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर सकते हैं. कुमार ने कहा, 'लोग हमारी वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर जाकर भी धोखाधड़ी के बारे में जान सकते हैं और अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.'
कुमार ने कहा, 'हमारे पोर्टल पर हर दिन 6,000 से अधिक मामले आते हैं. हमने साइबर अपराध से जुड़े कई फर्जी नंबर और ऐप भी ब्लॉक किए हैं. दिलचस्प बात यह है कि आईआईटीएफ में आई4सी स्टॉल पर कुछ कटआउट भी प्रदर्शित किए गए हैं, जिनमें फिल्म शहंशाह से मेगा सिने स्टार अमिताभ बच्चन का कटआउट भी शामिल है, जिस पर लिखा है 'नाम है साइबरदोस्त. साइबर क्राइम से है बचना और क्राइम मास्टर 'गोगो'.
कुमार ने कहा, 'हम इन कटआउट का इस्तेमाल इसलिए कर रहे हैं क्योंकि ये लोगों को आकर्षित कर सकते हैं. लोग अमिताभ बच्चन के प्रशंसक हैं. इसलिए, हमने ऐसे साइबर अपराध के बारे में लोगों को सूचित करने के लिए ये कटआउट प्रदर्शित किए हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'हमें आगंतुकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.'