हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद तेजी से ऑफिस स्पेस के लिए एक प्रमुख केंद्र बन रहा है. सीबीआरई साउथ एशिया प्राइवेट लिमिटेड और हैदराबाद सॉफ्टवेयर एंटरप्राइजेज एसोसिएशन (HYSEA) द्वारा जारी एक संयुक्त रिपोर्ट में यह बात सामने आयी है. अनुमान के अनुसार, शहर का ऑफिस स्पेस 2030 तक 200 मिलियन वर्ग फीट से अधिक होने की संभावना है.
'HYSEA स्केल @ हैदराबाद: ग्लोबल टेक्नोलॉजी डेस्टिनेशन' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान में, शहर का कार्यालय स्थान भारत के प्रमुख शहरों में उपलब्ध कुल कार्यालय स्थान का लगभग 15 प्रतिशत है. देश के हरित-प्रमाणित कार्यालयों में 18 प्रतिशत से अधिक का योगदान देता है. रिपोर्ट के अनुसार, इस वृद्धि का श्रेय घरेलू और विदेशी दोनों कंपनियों की ओर से कार्यालय स्थान की बढ़ती मांग को दिया गया है. पिछले एक दशक में, शहर में कार्यालय स्थान के निर्माण और उपलब्धता में तीन गुना वृद्धि हुई है.
सीबीआरई इंडिया के चेयरमैन और सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा, "हैदराबाद का वैश्विक व्यापार और प्रौद्योगिकी केंद्र में तब्दील होना, बाजार की मांग के साथ विकास करने की इसकी क्षमता को दर्शाता है. शहर बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, बीमा) और जीवन विज्ञान कंपनियों के लिए एक अनुकूल गंतव्य बन गया है, जिससे कार्यालय स्थान की मांग में और वृद्धि हुई है. हैदराबाद का मजबूत बुनियादी ढांचा इसे भारत के रियल एस्टेट परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण विकास केंद्र के रूप में स्थापित करते हैं."