होली के जश्न में डूबा पूरा देश, रंगों से सराबोर हुए लोग - Holi celebration 2024 - HOLI CELEBRATION 2024
HOLI CELEBRATION 2024 : होली सांस्कृतिक और पारंपरिक त्योहार है. रंगों के इस उत्सव में लोग आपसी वैर भाव का त्याग कर खुशियां मनाते हैं. रंग और अबीर इन खुशियों को दोगुना करते हैं.
होली के जश्न में डूबा पूरा देश, रंगों में सराबोर हुए लोग (फोटो आईएएनएस)
नई दिल्ली: आज होली का त्योहार है. देशभर में धूमधाम से रंगों का त्योहार मनाया जा रहा है. लोग एक दूसरे को होली का संदेश भेजकर बधाई दे रहे हैं. देश के विभिन्न हिस्सों में सड़कों पर लोगों को रंग और गुलाल लगाते देखा गया. बच्चे पिचकारियों से रंग डालते में मस्त रहे. जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर सुरक्षा बलों ने होली खेली.
अखनूर में भारत-पाकिस्तान सीमा (एलओसी) पर तैनात भारतीय सेना ने होली का त्योहार मनाया. कार्यक्रम में जीओसी 16 कोर लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा मौजूद थे. जवानों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर और रंग-गुलाल लगाकर बड़े उत्साह से त्योहार मनाया. रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने होली के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देते हुए पुरी में रेत से एक कलाकृति बनाई.
वहीं, होली समारोह की पूर्व संध्या पर पूरे देश में 'होलिका दहन' मनाया गया. कोलकाता से राजकोट तक लोगों ने इस शुभ अवसर को बड़े उत्साह के साथ मनाया. कोलकाता में होलिका दहन के दौरान भक्तों ने पूजा की. गुजरात के राजकोट जिले में 'होलिका दहन' पर मेले का आयोजन किया गया. होली की पूर्व संध्या पर अयोध्या में लोगों ने एक-दूसरे को रंग-बिरंगे गुलाल से सजाया. भुवनेश्वर में होली का जबरदस्त उत्साह देखा गया और युवाओं ने एक-दूसरे पर रंग छिड़ककर खुद को सराबोर कर लिया. विशेष रूप से होलिका दहन एक अनुष्ठान है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है, इसमें अलाव जलाना शामिल है, जो राक्षस होलिका को जलाने का प्रतीक है.
होली को 'रंगों का त्योहार' भी कहा जाता है, जो पूरे भारत में उत्साह के साथ मनाया जाने वाला एक जीवंत त्योहार है. हर्ष और उल्लास के बीच पारंपरिक मिठाइयाँ बांटी जाती है, जिससे समुदाय और एकजुटता की भावना को बढ़ावा मिलता है. ओडिशा भुवनेश्वर स्थित एक फाउंडेशन ने पर्यावरण-अनुकूल और हर्बल होली को बढ़ावा देने के लिए होली त्योहार से पहले 'हर्बल होली' उत्सव का आयोजन किया.