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कंगना रनौत के खिलाफ दायर याचिका पर वादी ने दर्ज कराए बयान, अब अगली सुनवाई 17 अक्टूबर को - Kangana Ranaut petition HEARING - KANGANA RANAUT PETITION HEARING

अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत किसानों पर दिए अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहीं थीं. आगरा के अधिवक्ता ने उन पर किसानों के अपमान का आरोप लगाकर कोर्ट में याचिका दायर कर रखी है. इस पर आज सुनवाई हुई और वादी ने अपने बयान दर्ज कराए.

आज मामले में आगरा कोर्ट में सुनवाई.
आज मामले में आगरा कोर्ट में सुनवाई. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 26, 2024, 10:03 AM IST

Updated : Sep 26, 2024, 5:20 PM IST

आगरा: ताजनगरी आगरा की स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए कोर्ट में बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत के विरुद्ध दायर वाद पर गुरुवार को सुनवाई हुई. सुनवाई में वादी राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा के बयान दर्ज किए गए. इस पर स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह ने सुनवाई की अगली तिथि 17 अक्टूबर नियत की है. इस दिन अधिवक्ता अधिवक्ता दुर्गेश सिंह का बयान दर्ज कराए जाएंगे.

ये जानकारी इस मामले की पैरवी करने आए वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैया और अधिवक्ता रामदत्त दिवाकर एडवोकेट ने दी. इधर, अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना ने बुधवार को किसान और किसान आंदोलन को लेकर दिए गए बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. जो इस मामले में कंगना का यू टर्न है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड कर रहा है.

कंगना रनौत ने जारी किया वीडियो. (Video Credit; Social media)

अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 31 अगस्त 2024 को आगरा पुलिस कमिश्नर और न्यू आगरा थाना प्रभारी को शिकायत भेज कर भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. आरोप लगाया था कि अभिनेत्री ने 26 अगस्त 2024 को एमएसपी एवं अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करने वालों किसानों को लेकर टिप्पणी की थी.

एक इंटरव्यू में अभिनेत्री ने साल 2020 और 2021 में दिल्ली के बार्डर पर धरने पर बैठे लाखों किसानों के प्रति भी अभद्र टिप्पणी की. भाजपा सांसद ने किसानों को हत्यारा और बलात्कारी तक कह दिया था. 16 नवंबर 2021 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का भी मजाक उड़ाया था.

ताजा वीडियो में कंगना ने क्या कहा:1 मिनट 8 सेकेंड के वीडियो में कंगना ने कहा 'नमस्ते दोस्तों. पिछले कुछ दिनों पहले मीडिया ने मुझसे फॉर्मर्स लॉ पर कुछ सवाल पूछे थे. मैंने ये सुझाव दिया कि फॉर्मर्स लॉ वापस लाने के लिए किसानों को प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए. मेरी इस बात से बहुत सारे लोग नाराज हुए. जब फॉर्मर्स लॉ प्रोटेस्ट हुए तो हम बहुत सारे लोगों ने उनकी समस्याएं देखीं. बड़े ही संवेदनशीलता और गंभीरत से हमारे प्रधानमंत्री ने वो लॉ वापस ले लिए. ये हम सब कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें. मुझे भी अब ये बात ध्यान रखनी है कि मैं एक अभिनेत्री ही नहीं भाजपा की कार्यकर्ता भी हूं. मेरे ओपेनियन निजी होने चाहिए. अगर मैंने अपने शब्दों से अपनी सोच से किसी को डिसअप्वाइंट किया है तो मुझे खेद है. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं. मेरी बात से यदि यदि किसी को निराशा हुई है तो मुझे इसका खेद रहेगा. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं'.

विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहीं अभिनेत्री. (Photo Credit; ETV Bharat)

देश, किसान और महात्मा गांधी का सम्मान जरूरी :आगरा में राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान को लेकर स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह के यहां वाद दायर किया था. अधिवक्ता ने कहा था कि 'मैं किसान परिवार से हूं. मैं किसान परिवार में पैदा हुआ. मैंने पिता के साथ खेतों में काम किया. किसान परिवार में पैदा होने की वजह से वकालत से पूर्व करीब 30 वर्ष तक कृषि कार्य किया है. मैं देश, किसानों के प्रति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति पूर्ण रूप से श्रद्धा भाव व सम्मान रखता हूं. देश के किसानों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने तथा महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का अपमान की किसी को अनुम​ति नहीं है'.

किसान आंदोलन के समय अभिनेत्री ने कई विवादित बयान दिए थे. (Photo Credit; ETV Bharat)

कंगना ने किया किसानों का अपमान :अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि, हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है. देश की आबादी किसानों पर निर्भर है. किसान दिन रात अपने खेतों में मेहनत करते हैं. तब अनाज, दालें, सब्जी, फल समेत अन्य पैदा करते हैं. इससे देश की जनता का पेट भरता है. अभिनेत्री ने इंटरव्यू में धरने पर बैठे देश के लाखों किसानों पर अशोभनीय टिप्पणी की. ये बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भाजपा सांसद कंगना ने देश के करोड़ों किसानों का अपमान किया. ये राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र के अपमान जैसा गंभीर अपराध है. इसी मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ राष्ट्रदोह और राष्ट्र अपमान का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है.

वो बयान जिनसे विवादों में घिरी अभिनेत्री :अभिनेत्री ने कहा था किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए. उन्होंने अपने इस बयान से किसानों को टारगेट किया था. इसका जमकर विरोध हुआ था. उन्होंने किसान आंदोलन में शामिल किसानों की तुलना खालिस्तानियों से भी की थी. कहा था कि खालिलस्तानी आतंकवादी सरकार पर दबाव बना रहे हैं. इंदिरा गांधी ने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था. अभिनेत्री ने आंदोलन में शामिल एक महिला की तस्वीर शेयर कर 100 रुपये लेकर आंदोलन में हिस्सा लेने का आरोप लगाया था. उन्होंने महिला की पहचान बिलकिस के रूप में की थी. बाद में यह तस्वीर पंजाब की महिला किसान मोहिंदर कौर की निकली थी. अभिनेत्री ने बाद में ये पोस्ट डिलीट कर दिए थे. किसान ने मानहानि का केस किया था.

बयान से खफा कांस्टेबल ने एयरपोर्ट पर उतारा था गुस्सा :अभिनेत्री के बयान से किसानों में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिली थी. करीब तीन पहले चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की महिला कांस्टेबल कुलविंदर कौर ने अभिनेत्री को थप्पड़ जड़ दिया था. इसका वीडियो भी सामने आया था. कई दिनों तक यह मामला सुर्खियों में रहा था. कांस्टेबल ने बताया था कि अभिनेत्री के 100 रुपये वाले बयान से वह खफा थी. उस दौरान उसकी मां भी किसान आंदोलन में शामिल हुईं थीं. मामले के बाद कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया था.

जानिए कौन हैं कंगना रनौत :कंगना रनौत का जन्म 23 मार्च 1986 को हिमाचल प्रदेश के भांबला में हुआ था. उनकी मां, आशा रनौत स्कूल शिक्षिका हैं. जबकि पिता अमरदीप रानौत कारोबारी हैं. परिवार के एक बड़ी बहन रंगोली चंदेल है और एक छोटा भाई अक्षत है. कंगना साल 2024 के लोकसभा चुनाव में हिमाचल कीमंडी सीट से सांसद चुनी गईं. साल 2014 में उनकी फिल्म क्वीन ने खूब सुर्खियां बंटोरी. मणिकर्णिका और पंगाफिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेस्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिल चुका है. कंगना को 5 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुके हैं.

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Last Updated : Sep 26, 2024, 5:20 PM IST

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