चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के मरीना बीच पर भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के एयर शो के दौरान दुखद घटना सामने आई है. एयर शो देखने के लिए आई भारी भीड़ के कारण दम घुटने और दिल का दौरा पड़ने से चार लोगों की मौत हो गई. पानी और चिकित्सा सहायता जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण कई लोग चिलचिलाती धूप में फंसे रहे, जिसके कारण 200 से अधिक लोग डिहाइड्रेशन के कारण बेहोश हो गए.
बताया गया है कि दोपहर 1 बजे मेगा एयर शो के समापन के बाद घर लौटते समय दर्शकों को गंभीर घुटन का सामना करना पड़ा. दम घुटने की शिकायत के बाद लाखों लोग बस स्टॉप और रेलवे स्टेशनों की ओर भागने लगे, जिससे कई स्थानों पर भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों की पहचान जॉन (56), कार्तिकेयन, श्रीनिवासन और दिनेश कुमार के रूप में हुई है. दम घुटने की शिकायत के बाद सभी को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
दर्शकों ने एयर शो के दौरान भगदड़ और अव्यवस्था के लिए खराब योजना को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि एयर शो में इतनी बड़ी संख्या में लोगों को शामिल करने के लिए और अधिक व्यवस्था की जानी चाहिए थी.
एयर शो देखने के लिए 15 लाख से अधिक लोग पहुंचे
दावा किया गया है कि एयर शो देखने के लिए 15 लाख से अधिक लोग एकत्र हुए, जिससे सड़कों पर भीड़ उमड़ पड़ी और परिवहन पर दबाव पड़ा. समस्या तब और बढ़ गई जब न केवल शहर से बल्कि राज्य के विभिन्न हिस्सों से भी बड़ी संख्या में दर्शक पहुंचे. कई लोगों को मेट्रो और रेलवे स्टेशनों तक पहुंचने के लिए लंबी दूरी तक पैदल चलना पड़ा.
समय पर मदद पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस को भीड़ भरी सड़कों से गुजरने में संघर्ष करना पड़ा. चेन्नई पुलिस के प्रयासों के बावजूद आपात सेवाएं भीड़ की जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ रहीं.
AIADMK ने राज्य सरकार की निंदा की
AIADMK नेता और पूर्व सीएम ई. के. पलानीस्वामी ने भारतीय वायु सेना के एयर शो के दौरान अव्यवस्था के लिए राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में प्रशासनिक व्यवस्था और भीड़ और यातायात को ठीक से प्रबंधित नहीं किया गया. पुलिस बल भी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अपर्याप्त है. जिसके कारण लोग भारी ट्रैफिक में फंस गए. उन्होंने कहा कि लोगों के लिए पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं था.
विपक्षी दल के नेता ने घटना पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. डीएमके सरकार की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस तरह के अहम कार्यक्रम को भी ठीक से समन्वयित करने में विफल रही.
यह भी पढ़ें-धार्मिक समारोह में हादसा: पंडाल गिरने से दो लोगों की मौत, एक दर्जन से अधिक घायल