अहमदाबाद: अहमदाबाद एसओजी क्राइम ब्रांच ने नकली ऑस्ट्रेलियाई नोट छापने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए लोगों में भारतीय मूल का ऑस्ट्रेलियाई नागरिक भी शामिल है, जिसने कथित तौर पर वटवा इलाके में एक प्रेस में नकली डॉलर छापे थे.
एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, एसओजी क्राइम ब्रांच की टीम ने रौनक राठौड़ को गिरफ्तार किया तो उसने अहमदाबाद के वेजलपुर इलाके में 50 डॉलर के नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर को बाजार में चलाने की बात कही. पूछताछ के दौरान, राठौड़ ने बताया कि उसने नकली डॉलर खुश पटेल नामक एक दोस्त से लिए थे, जिसने उसे नकली डॉलर चलाने करने का काम सौंपा था.
राठौड़ द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर, एसओजी क्राइम ब्रांच ने खुश पटेल को गिरफ्तार किया. इसके बाद खुश पटेल ने अपने दो दोस्तों मौलिक पटेल और ध्रुव देसाई की पहचान बताई जो एक प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं. फलस्वरूप सभी को गिरफ्तार कर लिया गया.
इस सिलसिले में पुलिस ने 50 नकली डॉलर और नकली नोट की 18 शीट बरामद की हैं. वहीं ध्रुव के प्रिंटिंग प्रेस पर छापा मारकर पुलिस ने प्रिंटर, कंप्यूटर और कुछ नोट बनाने वाले उपकरण समेत 11 लाख रुपये से अधिक का सामान जब्त किया.
जांच में पता चला कि नकली नोटों के धंधे का मास्टरमाइंड मौलिक पटेल है, जो पिछले 20 सालों से ऑस्ट्रेलिया में रह रहा है. मौलिक के पास एमबीए की डिग्री है और वह ऑस्ट्रेलिया में ट्रांसपोर्ट के कारोबार से जुड़ा है. जल्दी पैसे कमाने की चाहत में मौलिक ने अहमदाबाद में अपने दोस्त ध्रुव से संपर्क किया. मौलिक और ध्रुव ने अपने दो अन्य दोस्तों के साथ मिलकर नकली डॉलर छापने का फैसला किया. इसके लिए ध्रुव के प्रिंटिंग प्रेस में 11 लाख रुपये की नई मशीन लगाई गई और उन्होंने नकली डॉलर छापना शुरू कर दिया. एसओजी क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि आपराधिक साजिश का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.
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