हल्द्वानी: उत्तराखंड में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होना है. मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए निर्वाचन आयोग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं. जिला निर्वाचन आयोग ने वल्नरेबल बूथ को भी चिन्हित कर लिया है. जहां जिले के सभी मतदान केंद्रों पर पैरामिलिट्री फोर्स की निगरानी में मतदान कराया जाएगा.
बनभूलपुरा के सभी बूथ वल्नरेबल घोषित: सहायक रिटर्निंग ऑफिसर हल्द्वानी एपी वाजपेई ने बताया कि बीते 8 फरवरी को हल्द्वानी में हुई हिंसा के बाद वहां की स्थितियों और मतदान में किसी तरह की कोई बाधा उत्पन्न न हो, इसको देखते हुए बनभूलपुरा क्षेत्र के 49 मतदान केंद्रों को वल्नरेबल मतदान केंद्र बनाया गया है. इन मतदान केंद्रों पर पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों को तैनात किया जाएगा. वर्ष 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में 19 वल्नरेबल मतदान केंद्र थे, तो लोकसभा चुनाव 2024 में 49 वल्नरेबल बूथ बनाए गए हैं.
नैनीताल जिले के 201 बूथ वल्नरेबल: एपी वाजपेई ने बताया कि मतदान केंद्रों की निगरानी लाइव वेब कास्टिंग के माध्यम से की जाएगी. साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए जाएंगे. जिला निर्वाचन अधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि जनपद के कुल 630 मतदान केन्द्रों में से 201 मतदान केंद्र वल्नरेबल (Vulnerable) प्रस्तावित हैं. उन्होंने कहा कि 201 वल्नरेबल मतदान केन्द्रों पर 201 माइक्रोआबजर्बर नियुक्त किये जायेंगे. जनपद के कुल 630 मतदान केन्द्रों में से लालकुआं विधान सभा क्षेत्र के 35 मतदान केन्द्र, भीमताल के 25, हल्द्वानी के 78, कालाढूगी के 40 एवं रामनगर विधान सभा क्षेत्र के कुल 23 मतदान केन्द्र वल्नरेबल (Vulnerable) प्रस्तावित हैं. नैनीताल विधानसभा क्षेत्र में कोई भी वल्नरेबल मतदान केंद्र नहीं है.