छत्तीसगढ़ में पहली बार दिव्य कला मेला, रायपुर में दिव्यांग पार्क बनाने का ऐलान, अब दिव्यांगों के आएंगे अच्छे दिन - Divya Kala Mela - DIVYA KALA MELA
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भारत सरकार के दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग और नेशनल दिव्यांगजन फाइनेंस एंड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने दिव्य कला मेला आयोजित किया है. छत्तीसगढ़ में पहली बार लगे इस मेले का आयोजन 23 अगस्त तक होगा
रायपुर: छत्तीसगढ़ में शनिवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉक्टर वीरेन्द्र कुमार ने दौरा किया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री और सीएम विष्णुदेव साय ने दिव्य कला मेला की शुरुआत की. केन्द्रीय मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार ने शुभारंभ समारोह को संबोधित किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा ''दिव्य कला मेला, दिव्यांग भाई बहनों के अद्वितीय कौशल और उद्यमशीलता का उत्कृष्ट प्रदर्शन है.दिव्यांगजनों में प्रतिभा की कमी नहीं है, जरूरत उन्हें प्रोत्साहित करने और आगे बढ़ाने की है. इसी उद्देश्य से केंद्र सरकार दिव्यांगजनों के सामाजिक आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं चला रही है.''
रायपुर में बनेगा दिव्यांग पार्क: केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने रायपुर में जमीन मिलने पर दिव्यांगजन पार्क निर्माण कराने की घोषणा की. मुख्यमंत्री साय ने रायपुर में इस पार्क के निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने की घोषणा की.
सीआरसी में बढ़ेगी सुविधाएं: राजनांदगांव में संचालित राज्य संसाधन केंद्र (सीआरसी) के नए भवन बनने के बाद वहां दिव्यांगजनों के लिए डिप्लोमा, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे. छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में भी दिव्य कला मेला का आयोजन किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री ने 16 से 22 अगस्त तक रायपुर में आयोजित दिव्य कला मेला को 23 अगस्त तक आयोजित करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस मेले में दिव्यांगजन उद्यमियों और कलाकारों को आने जाने, ठहरने और स्टॉल उपलब्ध कराने की निःशुल्क व्यवस्था की जा रही है.
सीएम विष्णुदेव साय ने दिव्यांगों के विकास की कही बात: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर कहा कि दिव्य कला मेला ने दिव्यांगजन की रचनात्मकता, कौशल, और सृजनशीलता को एक मंच दिया है, जिससे वे अपने उत्पादों को देश विदेश में प्रदर्शित कर सकें.
"दिव्य कला मेला के पिछले सफल आयोजनों ने न सिर्फ दिव्यांगजन की भागीदारी को बढ़ावा दिया है, बल्कि उनके आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण को भी सुनिश्चित किया है.दिव्य कला मेले में ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग हिस्सा लें. इसके साथ ही दिव्यांगजनों के बनाए उत्पादों को खरीदें ताकि दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण में सहायता मिले.यह मेला दिव्यांगजन के लिए न सिर्फ आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम है, बल्कि सामाजिक समरसता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ भी है.": विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
अरुण साव ने दिव्य मेले में क्या कहा?: उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए इस मेले का आयोजन एक ऐतिहासिक अवसर है. जिसमें 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के दिव्यांग उद्यमी और कलाकार अपने उत्पाद लेकर पहुंचे हैं. समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार दिव्य कला मेला का आयोजन किया गया है. छत्तीसगढ़ के दिव्यांगजन यदि कुछ नया सोचते हैं तो राज्य सरकार उन्हें अपने सपने को साकार करने के लिए प्रोत्साहन देगी.
छत्तीसगढ़ में दिव्यांगजनों के लिए कितनी योजनाएं: छत्तीसगढ़ में दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने के लिए 12 योजनाएं संचालित की जा रही हैं.कार्यक्रम में आकांक्षा इंस्टीट्यूट के दिव्यांग विद्यार्थियों ने मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए. मुख्यमंत्री ने इन विद्यार्थियों को पुरूस्कार स्वरूप 51 हजार रूपए की राशि का चेक दिया. केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों को कई सौगाते दी है.