दिल्ली

delhi

जम्मू-कश्मीर चुनाव से पहले NC- PDP नेताओं के पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस उत्साहित - Congress jk polls

By Amit Agnihotri

Published : Sep 4, 2024, 6:48 AM IST

Congress upbeat over NC PDP leaders joining party : कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज बनिहाल सीट पर पार्टी उम्मीदवार विकार रसूल वानी और डूरू सीट पर पार्टी उम्मीदवार गुलाम अहमद मीर के लिए वोट मांगकर कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. दोनों ही जम्मू-कश्मीर इकाई के पूर्व प्रमुख हैं.

Congress
जम्मू-कश्मीर चुनाव कांग्रेस उत्साहित (प्रतीकात्मक फोटो) (ANI)

नई दिल्ली:जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव से पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी उत्साहित है. पार्टी का कहना है कि केंद्र शासित प्रदेश के लोगों को भरोसा है कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी संसद में उनकी आवाज उठाएंगे.

राहुल गांधी 4 सितंबर को बनिहाल सीट पर पार्टी उम्मीदवार विकार रसूल वानी और डूरू सीट पर पार्टी उम्मीदवार गुलाम अहमद मीर के लिए वोट मांगकर कांग्रेस के चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. दोनों ही जम्मू-कश्मीर इकाई के पूर्व प्रमुख हैं.

राहुल गांधी के दौरे से पहले कश्मीर के दो मजबूत क्षेत्रीय दलों नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी के कई नेता कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. इनमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मंत्री जगजीवन लाल, पीडीपी नेता सुहैल बुखारी, अपनी पार्टी के नेता और पूर्व विधायक मुमताज खान, पूर्व विधायक और अपनी पार्टी के नेता अब्दुल रहीम राथर, सामाजिक कार्यकर्ता इरफान हाफिज लोन शामिल हैं. ये सभी पिछले कुछ दिनों में नवनियुक्त पीसीसी प्रमुख तारिक हमीद कर्रा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए हैं. बनिहाल में पीडीपी की पूरी स्थानीय इकाई विकार का समर्थन करने के लिए कांग्रेस में शामिल हो गई.

उन्होंने कहा, 'ऐसा इसलिए है क्योंकि इन नेताओं ने महसूस किया है कि जनता का मूड इस पुरानी पार्टी के पक्ष में है. इन नेताओं पर जनता का दबाव है. केंद्र की मोदी सरकार के तहत यहां के लोगों को अन्याय सहना पड़ा है और अब सभी की निगाहें कांग्रेस पर हैं.'

एआईसीसी पदाधिकारी गुलाम अहमद मीर ने ईटीवी भारत से कहा, 'उनका मानना ​​है कि राहुल गांधी जो लोकसभा में विपक्ष के नेता हैं, उन्हें न्याय दिला सकते हैं और संसद में उनकी आवाज उठाएंगे. राहुल गांधी आज जम्मू-कश्मीर में सबसे लोकप्रिय नेता हैं, क्योंकि वह अल्पसंख्यकों, छात्रों और बेरोजगार युवाओं के बारे में बात कर रहे हैं और यह संदेश मतदाताओं के बीच जा रहा है.'

एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार कांग्रेस को विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने का भरोसा था, लेकिन फिर भी उसने एनसी, पैंथर्स पार्टी और सीपीआई-एम के साथ गठबंधन करने का विकल्प चुना. मीर ने कहा, 'हमारे सर्वेक्षण में हमें अकेले लड़ने का भरोसा था, लेकिन राष्ट्रीय चुनावों में इंडिया ब्लॉक की लोकप्रियता को देखते हुए हमने गठबंधन के साथ जाने का फैसला किया.'

मीर ने कहा, 'एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार पूर्व कांग्रेसी गुलाम नबी आजाद द्वारा 2022 में गठित डीपीएपी कांग्रेस के लिए कोई खतरा नहीं है, क्योंकि नया राजनीतिक संगठन अपनी ताकत खो चुका है. जीएम सरूरी, माजिद वानी, जुगल किशोर और ताज मोहिउद्दीन जैसे नेता जो कांग्रेस छोड़कर डीपीएपी में शामिल हुए थे, वे सभी नई पार्टी छोड़ चुके हैं और निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें लगता है कि न तो आजाद और न ही उनकी पार्टी उन्हें वोट दिला सकती है. हमें नहीं पता कि आजाद जो स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं, प्रचार करेंगे या नहीं, लेकिन अगर वे करते भी हैं तो जमीन पर इसका कोई असर नहीं होगा.'

जम्मू-कश्मीर इकाई के प्रमुख तारिक हमीद कर्रा सेंट्रल शाल्टेंग सीट से चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने ने कहा कि कांग्रेस सभी 90 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए तैयार थी, लेकिन इंडिया ब्लॉक की खातिर 32 सीटों पर ही संतोष करने का फैसला किया. एनसी और कांग्रेस दोनों ही दोस्ताना लड़ाई के तहत छह सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे, जिसमें एनसी को 51 सीटें, पैंथर्स पार्टी को एक और सीपीआई-एम को एक-एक सीट मिलेगी.

ये भी पढ़ें- क्या AIP जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में लोकसभा की तरह कर देगी हैरान?

ABOUT THE AUTHOR

...view details