नई दिल्ली :कांग्रेस उत्तर प्रदेश में I.N.D.I.A गठबंधन को मजबूत करने की इच्छुक है और वह राज्य के सभी 80 संसदीय क्षेत्रों में एआईसीसी पर्यवेक्षकों को तैनात करेगी. पार्टी भाजपा से मुकाबला करने के लिए सीट-वार समन्वय समितियां गठित करेगी.
यूपी के प्रभारी एआईसीसी महासचिव अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया, 'हम साझेदारों के बीच समन्वय सुधारने और गठबंधन को मजबूत करने के लिए विभिन्न कदम उठा रहे हैं. गठबंधन भाजपा शासन के खिलाफ राज्य और देश भर में लोगों को न्याय दिलाएगा.'
समन्वय के मुद्दे पर गंभीरता की भावना व्यक्त करने के लिए, पांडे ने राज्य इकाई के प्रमुख अजय राय, सीएलपी नेता आराधना मिश्रा और अनुभवी पीएल पुनिया के साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ व्यापक सहयोग योजना पर चर्चा की.
पांडे ने कहा कि 'बातचीत सौहार्दपूर्ण रही और हमने साथ मिलकर आगे बढ़ने के तरीकों पर चर्चा की. दोनों पार्टियों के साथ मिलकर काम करने के साथ ही राज्य के मतदाताओं ने भी इस बार बदलाव का मन बना लिया है.'
पांडे ने कहा कि 'गठबंधन के पक्ष में मजबूत अंतर्धारा है. अब उस जनाक्रोश को वोट में बदलना हमारी जिम्मेदारी है. इसलिए बूथ स्तर पर समन्वय महत्वपूर्ण होगा.' पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, 80 एआईसीसी समन्वयक न केवल कांग्रेस द्वारा लड़ी जा रही 17 सीटों पर काम करेंगे, बल्कि सहयोगी दल द्वारा लड़ी जा रही शेष 63 सीटों पर भी सपा की मदद करेंगे.
इसके अलावा, आने वाले दिनों में एक राज्य स्तरीय समन्वय समिति और दोनों दलों के सदस्यों को शामिल करते हुए सीट-वार समन्वय पैनल भी स्थापित किए जाएंगे. गठबंधन सहयोगियों के बीच समन्वय को बेहतर बनाने के लिए कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को जमीनी स्तर पर समन्वय लाने के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रशिक्षण शिविर भी आयोजित करेगी क्योंकि दोनों दल सात साल के अंतराल के बाद एक साथ आ रहे हैं.
2017 में चुनाव पूर्व किया था समझौता :2017 में कांग्रेस और सपा ने विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव पूर्व समझौता किया था, लेकिन यह जमीन पर काम नहीं कर सका क्योंकि कार्यकर्ता संयुक्त अभियान चलाने में संकोच कर रहे थे. पांडे ने कहा कि 'इस बार समुचित व्यवस्थाएं स्थापित की जा रही हैं.'