नई दिल्ली :कांग्रेस ने विपक्ष के लिए पीएम मोदी की 'मुजरा' टिप्पणी पर उनकी आलोचना की है. पार्टी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने न केवल सार्वजनिक चर्चा के स्तर को गिरा दिया है, बल्कि जिस उच्च पद पर वे बैठे थे, उसका भी अपमान किया है. इस संबंध में छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने असंसदीय भाषा की सारी हदें पार कर दी हैं. उन्होंने कहा कि वह जिस स्तर के शब्दों का प्रयोग करते हैं और सत्ता में उनके पास जो कम समय है, उससे उनके उच्च पद का अपमान हुआ है.
सिंहदेव ने कहा कि चुनाव हारने के डर से उनका असली चेहरा सामने आ गया है. उन्होंने कहा कि अगर उनके जैसा व्यक्ति दुनिया में युवाओं की सबसे बड़ी आबादी वाले देश का नेतृत्व करता है, तो आने वाली पीढ़ियां क्या सीखेंगी- नफरत, हिंसा और असंसदीय और निम्न स्तर की भाषा. कांग्रेस के दिग्गज नेता ने शनिवार को बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम द्वारा की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की.
बता दें कि पीएम ने आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस और राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विपक्ष को एससी, एसटी और ओबीसी के कोटा लाभ को छीनने और देने नहीं देंगे. साथ ही पीएम ने आरोप लगाया कि विपक्ष अल्पसंख्यक मतदाताओं को लुभाने के लिए उनके सामने 'मुजरा' कर रहा है. रेख्ता डिक्शनरी के अनुसार, मुजरा शब्द का अर्थ है एक पार्टी जिसमें वेश्याएं नाचती और गाती हैं. छत्तीसगढ़ के प्रभारी एआईसीसी सचिव चंदन यादव ने कहा कि मैंने पहली बार राजनीतिक चर्चा में मुजरा शब्द सुना है और वह भी एक निवर्तमान प्रधानमंत्री के मुंह से. उन्होंने कहा कि जिस एक व्यक्ति ने अपनी जुबान से और अपने गलत कार्यों से राजनीतिक माहौल में सबसे ज्यादा जहर और प्रदूषित किया है वह प्रधानमंत्री हैं. बुढ़ापे में भी उन्हें शालीनता और मूल्यों की परवाह नहीं है, यह शर्मनाक है.
कांग्रेस नेताओं के अनुसार प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय चुनावों के लिए चल रहे अभियान के दौरान कई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था और आरोप लगाया था कि पार्टी के घोषणापत्र में उनके भाषणों के दौरान मटन, मछली, मुसलमानों और यहां तक कि पाकिस्तान का संदर्भ लाने के लिए मुस्लिम लीग की छाप थी. नेताओं ने कहा कि यह और कुछ नहीं बल्कि चुनावों का ध्रुवीकरण करने और चुनावी चुनाव जीतने की एक चाल है क्योंकि वे पिछले चरणों के दौरान ऐसा करने में सफल नहीं हुए हैं.
इसी क्रम में सिंहदेव ने कहा कि कांग्रेस मतदाताओं को बार-बार आश्वासन देती रही है कि वह संविधान में दिए गए आरक्षण की रक्षा करेगी. वास्तव में, यह भाजपा नेता ही हैं जिन्होंने कहा है कि संविधान को बदलने के लिए पार्टी को 400 सीटों की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र देश में विभिन्न सामाजिक समूहों की सटीक संख्या जानने के लिए जाति जनगणना का वादा करता है ताकि कल्याणकारी योजनाओं को उसी के अनुसार तैयार किया जा सके. लेकिन बीजेपी इस मुद्दे पर मतदाताओं को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. जहां तक मौजूदा ओबीसी कोटा के तहत कुछ पिछड़े मुसलमानों को मिलने वाले लाभ की बात है, तो यह उनके पिछड़ेपन पर आधारित है, न कि धर्म पर.
कांग्रेस के मीडिया प्रमुख पवन खेड़ा के अनुसार, पीएम की मुजरा टिप्पणी से पता चलता है कि प्रधानमंत्री बीमार हैं और उन्हें चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है. खेड़ा ने कहा कि ऐसा लगता है कि गर्मी के मौसम में प्रचार करने से पीएम का दिमाग प्रभावित हुआ है. मैं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से आग्रह करता हूं कि वे पीएम का उचित इलाज कराएं. इतने बड़े पद पर बैठे व्यक्ति को ऐसे शब्दों का प्रयोग शोभा नहीं देता. हमारे नेता राहुल गांधी को कठिन परिस्थितियों में हजारों किलोमीटर पैदल चलने की आदत है. ऐसा लगता है कि पीएम बीमार हैं और उन्हें चिकित्सा सहायता की जरूरत है.
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