श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनावों में छह विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को कहा कि उसने कांग्रेस विधायक दल के नेता को नामित करने के लिए नई दिल्ली स्थित कांग्रेस हाईकमान को अधिकृत कर दिया है. वहीं कांग्रेस विधायक दल की जम्मू कश्मीर के कांग्रेस अध्यक्ष तारिक कर्रा की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में नेशनल कान्फ्रेंस को समर्थन देने का निर्णय लिया गया.
इस अवसर पर कर्रा ने कहा कि कांग्रेस विधायक दल ने एक प्रस्ताव पारित किया है जिसे कांग्रेस विधायक दल का नेता नियुक्त करने के लिए नई दिल्ली नेतृत्व को भेज दिया गया है. उन्होंने कहा, 'हमने सरकार गठन के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस को समर्थन दिया है. हम एनसी नेतृत्व से मिलेंगे. कांग्रेस में भी इसी तरह की प्रक्रिया अपनाकर हाईकमान को सीएलपी के नामांकन का अधिकार दिया जाता है.'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कांग्रेस विधायक दल का चुनाव करने की यही प्रक्रिया है, लेकिन इसे यह नहीं समझा जाना चाहिए कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नेशनल कॉन्फ्रेंस या उमर अब्दुल्ला को समर्थन देने में कोई देरी की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार गठन के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ शासन मॉडल पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा, 'इस गठबंधन की भावना विधायकों की संख्या के खेल से कहीं अधिक ऊंची है. इंडिया गठबंधन की भावना का सम्मान किया जाएगा। यह मंत्री पद के लिए नहीं है.'
आगामी गठबंधन सरकार में कांग्रेस द्वारा उपमुख्यमंत्री पद की मांग करने की अटकलों का खंडन करते हुए कर्रा ने कहा कि कांग्रेस ने किसी भी विभाग या कैबिनेट की मांग नहीं की है. उन्होंने कहा कि सरकार गठन पर चर्चा एनसी को समर्थन देने और एनसी को समर्थन पत्र सौंपने के बाद होगी. बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल ने गुरुवार को सर्वसम्मति से उमर अब्दुल्ला को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में अपना नेता चुना है. उमर और कर्रा सहित एनसी और कांग्रेस के दोनों नेता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मिलकर समर्थन पत्र दिखाएंगे और सरकार गठन का दावा पेश करेंगे. एनसी और कांग्रेस गठबंधन के पास छह निर्दलीयों और डोडा से एकमात्र आम आदमी पार्टी (आप) विधायक के समर्थन से विधानसभा में 54 विधायक हैं. जम्मू प्रांत से एनसी को 42, कांग्रेस को 6 और भाजपा को 29 सीटें मिली हैं. चुनाव में सात निर्दलीय उम्मीदवार हैं, जिनमें से पांच ने एनसी को समर्थन दिया है.