विराजपेट / बेंगलुरु : कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार के फिर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने पर निशाना साधते हुए उनके इस कदम को 'विश्वासघात' बताया और उनकी अंतरात्मा पर सवाल उठाया.
मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले शेट्टार के कांग्रेस में शामिल होने के बाद पार्टी ने उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया, जबकि भाजपा ने मई में चुनाव के लिए टिकट नहीं देकर उन्हें अपमानित किया था.
शेट्टार गुरुवार को अपनी पुरानी पार्टी में फिर शामिल हो गए. इस मौके पर उन्होंने भाजपा के साथ अपने लंबे जुड़ाव का जिक्र किया और कहा कि उनके कई शुभचिंतक चाहते थे कि वह संगठन में वापस आ जाएं.
शिवकुमार ने कहा, 'जगदीश शेट्टार ने मुझसे कहा था कि (बीजेपी द्वारा) उनसे अनुरोध किया जा रहा है और कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने के लिए भेजा जा रहा है. मैंने कल सुबह भी उनसे बात की थी. उन्होंने मुझसे कहा था कि वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे और (भाजपा में) नहीं जाएंगे, क्योंकि कांग्रेस ने उन्हें राजनीति में एक और जीवन दिया है... लेकिन अब मुझे जानकारी मिली कि वह भाजपा कार्यालय में हैं.'
शिवकुमार ने बेंगलुरु में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस ने शेट्टार को वरिष्ठ नेता मानते हुए उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार किया. कांग्रेस नेता ने कहा, 'उन्होंने (शेट्टार) कहा था कि भाजपा अच्छी पार्टी नहीं है, उन्होंने भाजपा के खिलाफ कई बयान दिए थे...कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता पर भरोसा किया था, लेकिन अब आप (मीडिया) दिखा रहे हैं कि उस भरोसे को तोड़ा गया है. मुझे जानकारी मिली है कि उन्होंने (विधान पार्षद पद से) अपना इस्तीफा विधान परिषद के सभापति को भेज दिया है. मुझे नहीं मालूम कि वह चले गए हैं या किसी दबाव में (भाजपा द्वारा) ले जाया गया है...'
शेट्टार के इस बयान पर कि वह राष्ट्रीय हित में फिर से भाजपा में शामिल हुए, शिवकुमार ने सवाल किया, 'क्या उन्हें उस समय राष्ट्रीय हित की जानकारी नहीं थी जब (भाजपा द्वारा) उन्हें टिकट नहीं दिया गया था? क्या उन्हें कांग्रेस और राष्ट्रीय हित के बारे में पता नहीं था, जब कांग्रेस ने उन्हें पांच साल के लिए विधान पार्षद बनाया?'