नई दिल्ली: सीबीआई ने पूर्वी तटीय रेलवे के एक डिविजनल रेलवे मैनेजर को एक प्राइवेट कंपनी के मालिक से 25 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आरोपी सौरभ प्रसाद को शनिवार को मुंबई में गिरफ्तार किया गया था.
प्रसाद भारतीय रेलवे मैकेनिकल इंजीनियरिंग सर्विस के 1991 बैच के अधिकारी हैं. वह विशाखापट्टनम में वाल्टेयर डिवीजन के मंडल रेल प्रबंधक के पद पर तैनात हैं. वह मुंबई स्थित डी एन मार्केटिंग के मालिक सानिल राठौड़ से कथित तौर पर रिश्वत ले रहे थे. उन्होंने यह रिश्वत पूर्वी तटीय रेलवे द्वारा दिए गए ठेकों में अडंर-परफोर्मेंस के लिए लगाए गए जुर्माने को कम करने और 3.17 करोड़ रुपये के बिलों के पेमेंट के बदले में ली थी.
CBI ने 11 स्थानों पर तलाशी ली
ये कॉन्ट्रैक्ट डीएन मार्केटिंग और पुणे स्थित एचआरके सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा एग्जिक्यूट किए गए थे, जिसका नियंत्रण आनंद भगत के पास था. सीबीआई ने कहा कि उसने राठौड़ और भगत को भी गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सीबीआई ने मुंबई, विशाखापट्टनम, पुणे, वडोदरा और कोलकाता में 11 स्थानों पर तलाशी ली.
प्रसाद के मुंबई स्थित आवास पर रविवार को भी तलाशी जारी रही, क्योंकि घर में रखीं तीन अलमारियों की चाबियां नहीं मिल पा रही थीं. सीबीआई के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "जारी तलाशी के दौरान सीबीआई ने अब तक 87.6 लाख रुपये (लगभग) नकद, लगभग 72 लाख रुपये के आभूषण, संपत्ति के दस्तावेज, लॉकर की चाबियां आदि बरामद की हैं."