लखनऊ:बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाने का फैसला वापस ले लिया. साथ ही उन्होंने आकाश आनंद को को नेशनल कोओर्डिनेटर के पद से भी हटा दिया. मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के माध्यम से यह फैसला पोस्ट किया.
बसपा अध्यक्ष मायावती ने X पर लिखा कि विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है.
उन्होंने लिखा कि पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है. मायावती ने कहा कि इनके पिता आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेंगे. अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है.
पांच माह के अंदर ही किया बर्खास्त:बसपा सुप्रीमो मायावती ने पिछले साल 10 दिसंबर को एक बड़ा दांव खेलते हुए अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया था. पाताल में समा रही पार्टी को आकाश की तरफ अग्रसर करने का दायित्व मायावती ने आकाश के कंधों पर डाला था, लेकिन आकाश ये जिम्मेदारी नहीं निभा पाए और मायावती ने उन्हें न सिर्फ नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से बल्कि पार्टी के उत्तराधिकारी पद से भी बर्खास्त कर दिया. आकाश आनंद लगभग पांच माह ही पार्टी के उत्तराधिकारी के तौर पर काम कर पाए. मायावती ने आकाश को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर 26 राज्यों की जिम्मेदारी सौंपी थी. बीएसपी सुप्रीमो ने इन दोनों पदों से बर्खास्त करने की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दी.
लंदन से पढ़कर आए आकाश आनंद: लंदन से पढ़कर आए आकाश आनंद ने 2019 में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के लोकसभा चुनाव के गठबंधन के दौरान पहली बार मायावती मुलायम सिंह और अखिलेश यादव की मौजूदगी में मंच पर कदम रखा था. इसके बाद बहुजन समाज पार्टी की सक्रिय राजनीति में आकाश आनंद का दखल शुरू हो गया. उन्हें नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाकर बहुजन समाज पार्टी के साथ युवाओं को जोड़ने का लक्ष्य दिया गया था. नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद पर आकाश आनंद के काम से मायावती काफी खुश भी थीं और इसीलिए उन्हें बीएसपी के उत्तराधिकारी का बड़ा उपहार भी दिया था, लेकिन अचानक मायावती ने आकाश आनंद को दोनों पदों से बर्खास्त कर बड़ी हलचल पैदा कर दी है.
बनाया था कई राज्यों का प्रभारी: जब राजनीति में आकाश आनंद ने कदम रखा तो मायावती ने उन्हें बड़ा दायित्व सौंपते हुए बहुजन समाज पार्टी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया था. उन्हें मध्य प्रदेश और राजस्थान के विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी थी. आकाश ने अच्छा रिजल्ट दिया जिसका नतीजा यह हुआ कि हुआ मायावती ने भतीजे आकाश आनंद पर दांव लगाते हुए उन्हें अपना उत्तराधिकारी बना दिया था. 10 दिसंबर को पार्टी मुख्यालय पर आयोजित बड़ी बैठक में बुआ मायावती ने भतीजे आकाश आनंद का कंधा ठोका और पीठ थपथपाई थी. इसके साथ ही उन्होंने घोषणा कर दी कि अब बहुजन समाज पार्टी के उत्तराधिकारी आकाश आनंद होंगे. पार्टी के उत्तराधिकारी बनने से पहले ही आकाश आनंद की शादी भी हुई थी और उस दौरान बुआ मायावती काफी खुश नजर आई थीं, लेकिन अचानक भतीजे से बुआ इस कदर रुष्ट हुईं कि उसे दोनों पदों से ही हटा दिया.
ये भी पढ़ें- सपा-कांग्रेस पर बरसे योगी, बोले- जो लोग मंदिर का विरोध करते हैं, उन्हें माफ नहीं किया जा सकता, नापाक मंसूबे रखने वालों को जनता देगी मुंहतोड़ जवाब