नई दिल्ली : योग गुरु बाबा रामदेव का पुतला अब मैडम तुसाद न्यूयार्क में नजर आएगा. इसे मोम से बनाया गया है. नई दिल्ली में आज इसका अनावरण किया गया. बाबा रामदेव ऐसे पहले भारतीय संन्यासी हैं, जिनकी मोम की प्रतिकृति इस संग्रहालय में नजर आएगी.
इससे पहले यहां पर जिन भारतीय हस्तियों के पुतले लगाए जा चुके हैं, उनमें - महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, नरेंद्र मोदी, शाहरूख खान और सलमान खान शामिल हैं. कुल 12 हस्तियों के पुतले लगाए गए हैं.
मंगलवार को बाबा रामदेव खुद दिल्ली के उस होटल में मौजूद थे, जहां उनका वह पुतला लाया गया था. उन्होंने खुद इसका अनावरण किया.
मोम के इस पुतले को बनाने की शुरुआत 2018 में ही की गई थी. उसी समय उनकी बॉडी का माप लिया गया था. ऐसा कहा जा रहा है कि टीम ने दो सौ से अधिक बार उनकी बॉडी की नाप ली गई थी. इस पुतले में वह योगमुद्रा में नजर आ रहे हैं. वह वृक्षासन मुद्रा में नजर आ रहे हैं.
मैडम तुसाद संग्रहालय की स्थापना 1835 में की गई थी. इसमें दुनिया भर की बड़ी हस्तियों के पुतले रखे हुए हैं.
बाबा रामदेव ने कहा, 'ये सम्मान योग का है, ये सम्मान भारत की सनातन सांस्कृतिक विरासत का है... भारत की अपनी गौरवशाली अध्यात्म की परंपरा का जिसको हमारे पूर्वजो ने जीया. लोग अब तक सोचते थे कि अगर आपको दुनिया के आगे आदर्श बनना है तो किसी और ही रास्ते पर चलना होगा. लेकिन जब इस वैक्स संग्राहलय में एक साधू का पुतला भी लगेगा तो ये सनातन के सत्य के विजय की प्रतिष्ठा होगी.'
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