मोरान/असम : हममें से ज्यादातर लोग छोटे-छोटे पत्थरों या कंकड़ों को एक मृत वस्तु समझते हैं, वहीं, असम की अंकना महत्ता के लिए यह एक ब्लैंक कैनवास है. छोटे-छोटे पत्थरों पर चित्र बनाने की अपनी अद्भुत प्रतिभा के लिए 2023 में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जगह बनाने के बाद, 22 वर्षीय असमिया लड़की ने वैश्विक प्रशंसा हासिल की.
ऐसे समय में जब युवा पीढ़ी के नशे और अपराधों की चपेट में आने की चिंता बढ़ रही है, अंकना ने अपनी रचनात्मकता कला और कठिनाई के साथ प्रशंसा हासिल कर रही हैं और सुर्खियां बटोर रही हैं. उन्होंने ऐक्रेलिक रंगों का इस्तेमाल करते हुए एक ही नदी के पत्थर पर चार मशहूर हस्तियों के चित्र बनाए हैं.
अंकना महत्ता की कलाकृती (ETV Bharat) अंकना की प्रसिद्धि
असम के डिब्रूगढ़ जिले के बामुनबारी के कोयलागोराह गांव की मूल निवासी अंकना ने असम की मशहूर हस्तियों की तस्वीरें छोटे-छोटे पत्थरों पर बनाकर अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करवा लिया है. उन्हें एक अनूठी कलाकृति बनाने के बाद 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स अचीवर' के रूप में मान्यता मिली है. वेंचर स्कूल की शिक्षिका पोना महत्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीना महत्ता की बेटी अंकना कहती हैं कि उन्हें बचपन से ही पेंटिंग का शौक था.
अंकना महत्ता की कलाकृती (ETV Bharat) किन नेता लोगों की बनाईं कृतियां
अंकना के पास ग्रेजुएशन की डिग्री है, लेकिन उनका ज़्यादा ध्यान पत्थरों पर मशहूर हस्तियों की तस्वीरें बनाने पर रहा. उन्होंने अब तक महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन, श्रीमंत शंकरदेव, भूपेन हजारिका, लता मंगेशकर, जुबीन गर्ग और कई अन्य लोगों की तस्वीरों वाली उत्कृष्ट कृतियां पत्थरों पर बनाई हैं.
अंकना महत्ता की कलाकृतियां (ETV Bharat) अंकना अपने जुनून को जारी रखना चाहती हैं
अंकना ने न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लोकप्रियता हासिल की, क्योंकि उनके काम ने सभी तबकों और देशों को प्रभावित किया.उन्का कहना है, "मेरा पसंदीदा काम पेंटिंग है. मैं वही करने की कोशिश कर रही हूं जो मुझे पसंद है."
अपने अवार्ड दिखाती अंकना महत्ता (ETV Bharat) अंकना ने कहा, "जब मैं बहुत छोटी थी, तो एक पक्षी की तस्वीर देखकर मुझे पेंटिंग सीखने की प्रेरणा मिली और बाद में मैंने चित्र बनाने के लिए एक आर्ट कॉलेज में दाखिला लिया. हालांकि, कुछ वित्तीय बाधाओं के कारण मैं इसे जारी नहीं रख सकी, लेकिन मैंने अपने जुनून का पालन करना जारी रखा और तब से मैं घर पर पेंटिग करने की कोशिश करती रहती हूं.
यह भी पढ़ें- तमिलनाडु: दूषित पानी पीने से दो लोगों की मौत, 20 से ज्यादा बीमार