अमरावती:आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वाईएस राजशेखर रेड्डी के परिवार के सदस्यों के बीच चल रहा संपत्ति विवाद और बढ़ गया है. राजशेखर रेड्डी के बेटे और पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने एनसीएलटी (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) में याचिका दायर कर कहा है कि उन्होंने अपनी बहन शर्मिला के साथ पहले किया गया समझौता रद्द कर दिया है, क्योंकि उन्हें लगा कि अब उनके बीच पारिवारिक प्रेम नहीं रहा.
वहीं, पूर्व सीएम जगनमोहन रेड्डी की बहन और एपीसीसी प्रमुख वाईएस शर्मिला ने संपत्ति विवाद को लेकर उनके खिलाफ सख्त टिप्पणी की. शर्मिला ने विजयवाड़ा में एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए उन्होंने गहरी चिंता जताते हुए कहा कि, कोई है जो उनकी मां को कोर्ट में घसीट रहा है.
शर्मिला के आंसू छलक पड़े
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शर्मिला ने साथ ही वाईवी सुब्बारेड्डी और विजयसाई रेड्डी की भी आलोचना की. शर्मिला ने आरोप लगाया कि सुब्बारेड्डी और उनके बेटे ने वाईएस जगन से आर्थिक लाभ उठाया. उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने पत्र में उनके नाम का उल्लेख इसलिए किया था ताकि मां को उनके बारे में पता चले. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शर्मिला काफी भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक आए.
शर्मिला ने कहा कि वाईएसआर का मानना था कि सभी को समान हिस्सा मिलना चाहिए. उन्होंने पूछा कि क्या सुब्बारेड्डी कसम खा सकते हैं कि उन्होंने जो कुछ कहा है, वह सब सच है. शर्मिला ने याद दिलाया कि सुब्बारेड्डी ने कहा था कि अगर संपत्ति मेरी है, तो मुझे भी जेल जाना चाहिए. उस स्थिति में, अगर संपत्ति भारती की है, तो क्या उन्हें भी जेल जाना चाहिए?
शर्मिला ने पूछा कि, क्या कोई उपहार देने के लिए एमओयू लिखेगा. शर्मिला ने सवाल किया कि सुब्बारेड्डी और जगन कहते हैं कि ये झगड़े हर घर में होते हैं... मां को कोर्ट में घसीटना घर-घर की कहानी कैसे हो सकती है. उन्होंने याद दिलाया कि उन्होंने और मां ने जगन के लिए कड़ी मेहनत की और 3,200 किलोमीटर पैदल चलीं. शर्मिला ने कहा कि उन्होंने दो चुनावों में जगन के लिए पदयात्रा की थी और कहा कि उन्होंने जगन की बेहतरी के लिए कई काम किए हैं. शर्मिला ने पूछा कि क्या जगन ने उनके भले के लिए कुछ किया?
जगन किसी पर भी अत्याचार करेंगे
शर्मिला ने कहा कि उनके पास पांच साल से एमओयू के दस्तावेज हैं और उन्होंने तमाम मुश्किलों के बावजूद एमओयू का इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने कहा कि उन्होंने एमओयू के बारे में इसलिए बात नहीं की क्योंकि बाहरी लोग वाईएस परिवार के बारे में बुरी बातें कहेंगे. उन्होंने यह कहते हुए सवाल किया कि, विजयम्मा को कोर्ट में घसीटा गया और पूछा गया कि इसका कारण कौन था.