हैदराबाद:रेलवे ट्रैक पर होने वाली दुर्घटनाओं से बचाने में एआई ट्रैक डिटेक्शन सिस्टम काफी अहम साबित हो रहा है. ऐसा ही मामला असम में सामने आया जहां एआई ट्रैक डिटेक्शन सिस्टम की मदद से बड़ी दुर्घटना टल गई. इस मामले में हाथियों के एक बड़े झुंड को ट्रेन की टक्कर से बचा लिया गया. सोशल मीडिया पर इसकी जमकर तारीफ की जा रही है. पर्यावरण प्रेमी आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू ने हाथियों को दुर्घटना से बचाने को लेकर प्रशंसा की है.
असम में कैसे टला हादसा
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल शर्मा ने बताया कि एक सतर्क लोको पायलट ने जंगली हाथियों के झुंड को ट्रेन से टकराने से बचाया. उन्होंने बताया कि बुधवार रात कम से कम 60 हाथियों का एक झुंड जिसमें उनके बच्चे भी शामिल थे ट्रैक पार कर रहे थे. लुमडिंग जाने वाली कामरूप एक्सप्रेस लामसाखांग स्टेशन पहुंचने वाली थी.
तभी ट्रेन के पायलटों को उस सेक्शन में लगे एआई ट्रैक डिटेक्शन सिस्टम से सतर्क किया गया. हाबईपुर और लामसाखांग स्टेशन के बीच हाथियों के झुंड को रेलवे ट्रैक पार करते सतर्क लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने भी देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगाई. इस तरह नई प्रणाली हाथियों की जान बचाने में काफी सफल रही है. एनएफ रेलवे ने एनएफआर में फैले अन्य सभी हाथी गलियारों में धीरे-धीरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई)-आधारित घुसपैठ का पता लगाने वाली प्रणाली (आईडीएस) स्थापित करने की भी योजना बनाई हैं.
एआई ट्रैक डिटेक्शन सिस्टम कैसे काम करता है