बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में फर्जी दस्तावेज जमा करके जल संसाधन विभाग के द्वितीय श्रेणी के सहायक पद पाने की कोशिशों का भंडाफोड़ हुआ है. इस मामले में सीसीबी विशेष जांच दस्ते के अधिकारियों ने 37 उम्मीदवारों सहित 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
सीसीबी पुलिस ने जानकारी दी है कि, 11 बिचौलियों के साथ 37 उम्मीदवारों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें से तीन आनंद, कृष्णा और प्रदीप सरकारी कर्मचारी बताए जाते हैं. आनंद कलबुर्गी जिले के मोरारजी देसाई स्कूल का प्रिंसिपल है. वहीं, कृष्णा कर्नाटक पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन (KPTCL) के जोग फॉल्स कार्यालय में FDA के तौर पर और प्रदीप हासन में जल संसाधन विभाग के एफडीआई के रूप में कार्य करता था. गिरफ्तार आरोपियों के पास से कुल 17 मोबाइल फोन, 40 लाख कीमत की दो कारें और एक कंप्यूटर हार्ड डिस्क बरामद की गई है.
जल संसाधन विभाग ने अक्टूबर 2022 में सीधी भर्ती के माध्यम से द्वितीय श्रेणी सहायक बैकलॉग के 182 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे. इस दौरान इससे जुड़े फर्जीवाड़े का मामला निकल कर सामने आया. जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने अंक पत्र में किए गए धांधली को लेकर 62 उम्मीदवारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए शेषाद्रिपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की है. जांच के क्रम में भर्ती के लिए जमा किए गए अन्य दस्तावेज सत्यापन के दौरान फर्जी पाए गए.