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सेंसर एरर के कारण मुंगेशपुर में दर्ज हुआ 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान : आईएमडी - IMD On Mungeshpur Temperature

IMD On Mungeshpur Temperature : दिल्ली के मुंगेशपुर में 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज होने के तीन दिन बाद, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि यह 3 डिग्री सेल्सियस सेंसर त्रुटि (sensor error) के कारण था. पढ़ें ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता सौरभ शर्मा की रिपोर्ट.

IMD On Mungeshpur Temperature
प्रतीकात्मक फोटो (IANS Photo)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 1, 2024, 5:34 PM IST

दिल्ली:राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुंगेशपुर में तीन दिन पहले दर्ज किया गया 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान चर्चा का विषय बना हुआ है. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि यह 'सेंसर की खराबी' का नतीजा था.

29 मई को मुंगेशपुर में रिकॉर्ड तोड़ तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हालांकि, केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने बाद में स्पष्ट किया कि यह सीनेर सिस्टम में त्रुटि के कारण हो सकता है और आईएमडी के वैज्ञानिक इसकी जांच कर रहे हैं.

'एक्स' को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने शनिवार को कहा कि '29 मई 2024 को मुंगेशपुर के एडब्ल्यूएस ने 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान की सूचना दी, हमारी भारतीय मेट्रोलॉजिकल विभाग की टीम ने तुरंत जांच की और 3 डिग्री सेल्सियस सेंसर त्रुटि पाई. सुधारात्मक उपाय अब लागू हैं.' उन्होंने कहा कि 'हमारे प्रतिभाशाली वैज्ञानिकों को उनके अथक समर्पण के लिए धन्यवाद, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आपको मौसम की सबसे सटीक जानकारी मिले.'

उसी दिन यानि 29 मई को दिल्ली की किसी भी अन्य वेधशाला (observatory) ने 50 डिग्री का आंकड़ा पार नहीं किया था. 30 मई को निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने अपने बुलेटिन में कहा, 'दिल्ली रिकॉर्ड के प्रतिनिधि, सफदरजंग स्थित बेस वेधशाला ने बुधवार (29 मई) को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस देखा. यह तापमान पिछले 79 साल में सबसे ज्यादा और सामान्य से करीब 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है.'

'दिल्ली रिकॉर्ड के प्रतिनिधि, सफदरजंग स्थित बेस वेधशाला ने बुधवार (29 मई) को अधिकतम तापमान 46.8 डिग्री सेल्सियस देखा. यह तापमान पिछले 79 साल में सबसे ज्यादा और सामान्य से करीब 6 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है.' उन्होंने कहा कि यह पिछले दो दशकों में सबसे अधिक है. मई महीने में अब तक का सबसे अधिक तापमान 47.2 डिग्री सेल्सियस 29 मई 1944 को दर्ज किया गया था.

गौरतलब है कि पिछले दो सप्ताह से उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में पड़ रही भीषण गर्मी के बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भविष्यवाणी की है कि 31 मई तक भीषण गर्मी का दौर जारी रहेगा. जबकि 1 जून के बाद गिरावट आएगी. शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में हल्की बारिश हुई, जिससे भीषण गर्मी से राहत मिली.

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