चंडीगढ़:हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में भी मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है. हरियाणा की 90 सीटों में से बीजेपी को पिछली बार 40 सीट और कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं. 2019 विधानसभा चुनाव में 25 सीटें ऐसी थीं जहां बेहद करीबी मुकाबला हुआ था और 5 हजार वोट के कम अंतर से हार जीत का फैसला हुआ. कई सीटें ऐसी थीं जिन पर 1 हजार से कम मतों से जीत हुईं. इस चुनाव में यही 25 सीटें बीजेपी और कांग्रेस के फोकस लिस्ट में हैं. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो ये सीटें इस बार भी सरकार बनाने और बिगाड़ने में अहम भूमिका निभायेंगी.
करीबी मुकाबले में सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस ने जीती
2019 विधानसभा चुनाव में जिन 25 सीटों पर करीबी टक्कर हुई थी उनमें सबसे ज्यादा 12 सीटें कांग्रेस ने जीती थी. जबकि बीजेपी के खाते में 9 सीटें आईं थी. एक सीट निर्दलीय, दो जेजेपी और एक सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा विजयी हुए थे. सिरसा सीट पर गोपाल कांडा महज 602 वोट से जीतने में कामयाब हुए थे. उन्हें निर्दलीय गोकुल सेतिया ने कड़ी टक्कर दी थी. इस बार गोकुल सेतिया कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
2019 में इन 25 सीटों पर हुआ था कड़ा मुकाबला
सीट | विजयी उम्मीदवार | पार्टी | जीत का अंतर | |
1 | मुलाना | वरुण चौधरी | कांग्रेस | 1688 वोट |
2 | रादौर | बिशन लाल | कांग्रेस | 2541 वोट |
3 | असंद | शमशेर सिंह गोगी | कांग्रेस | 1703 वोट |
4 | खरखौदा | जयवीर सिंह | कांग्रेस | 1554 वोट |
5 | गोहाना | जगबीर मलिक | कांग्रेस | 4152 वोट |
6 | बरोदा | श्री कृष्ण हुड्डा | कांग्रेस | 4840 वोट |
7 | सफीदों | सुभाष गंगोली | कांग्रेस | 3658 वोट |
8 | रोहतक | बीबी बत्रा | कांग्रेस | 2735 वोट |
9 | रेवाड़ी | चिरंजीव राव | कांग्रेस | 1317 वोट |
10 | नूंह | आफताब अहमद | कांग्रेस | 4038 वोट |
11 | पुनहाना | मोहम्मद इलियास | कांग्रेस | 816 वोट |
12 | फरीदाबाद NIT | नीरज शर्मा | कांग्रेस | 3242 वोट |
13 | यमुनानगर | घनश्याम दास | बीजेपी | 1455 वोट |
14 | थानेसर | सुभाष सुधा | बीजेपी | 842 वोट |
15 | कैथल | लीलाराम | बीजेपी | 1246 वोट |
16 | राई | मोहन लाल बडोली | बीजेपी | 2662 वोट |
17 | फतेहाबाद | दुरा राम | बीजेपी | 3300 वोट |
18 | रतिया | लक्ष्मण नापा | बीजेपी | 1216 वोट |
19 | हथीन | प्रवीन डागर | बीजेपी | 2887 वोट |
20 | होडल | जगदीश नायर | बीजेपी | 3387 वोट |
21 | बड़खल | सीमा त्रिखा | बीजेपी | 2545 वोट |
22 | गुहला | ईश्वर सिंह | जेजेपी | 4574 वोट |
23 | बरवाला | जोगीराम सिहाग | जेजेपी | 3909 वोट |
24 | नीलोखेड़ी | धर्मपाल गोंदर | निर्दलीय | 2222 वोट |
25 | सिरसा | गोपाल कांडा | हलोपा | 602 वोट |
हारते-हारते बचे थे लालू यादव के दामाद राव चिरंजीव
हरियाणा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के बेटे राव चिरंजीव भी बड़ी मुश्किल से चुनाव जीते थे. चिरंजीव राव को महज 1317 वोट से जीत मिली थी. उनकी जीत में बड़ी भूमिका बीजेपी के बागी रणधीर सिंह कापड़ीवास ने निभाई थी. बीजेपी से टिकट कटने के बाद रणधीर कापड़ीवास निर्दलीय चुनाव लड़े थे. उन्हें 36 हजार 778 वोट मिले थे. जबकि बीजेपी के सुनील कुमार को 42 हजार 553 वोट मिले. कांग्रेस के चिरंजीव राव 43 हजार 870 वोट लेकर 1317 वोट से विजयी हुए थे.
नूंह में दो सीटें कड़े मुकाबले में जीती कांग्रेस