सर्दियों का मौसम शुरू हो चुका है और बाजार में ताजा हरे आंवले नजर आने लगे हैं. यूं तो आंवला सर्दियों के मौसम का फल कहलाता है लेकिन यह सूखे हुए, प्रोसेस्ड़, चूर्ण या जूस के रूप में हर मौसम में बाजार में मिलते हैं.लेकिन जानकार मानते हैं ताजे आंवले का सेवन सभी विकल्पों से बेहतर होता है. आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में माना जाता है सुबह खाली पेट एक आंवले का सेवन आपको कई बीमारियों से बचा सकता है. यह ना सिर्फ हमारे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है, त्वचा व बालों को स्वस्थ व सुंदर रखता है बल्कि कई बीमारियों से भी बचाता है. Gooseberry benefits . amla properties for winter . Ayurveda herb anvla benefits .
आयुर्वेदिक में औषधि समान है आंवला
आंवले को एक वंडर फूड माना जाता है, जिसमें सेहत के लिए लाभकारी कई गुण पाए जाते हैं. यहां तक की इसे आयुर्वेद में अमृत या संजीवनी की उपमा भी दी जाती है. आंवले को आयुर्वेद में अमृतफल या धात्री फल कहा जाता है जिसका उपयोग वैदिक काल से ही औषधि के रूप में उपयोग किया जाता रहा है. दरअसल आयुर्वेद में काष्ठौषधि (पेड़-पौधे से बनने वाली औषधि) , रसौषधि (धातु-खनिज से बनने वाली औषधि) तथा कई मिश्रित रसायन व रसायन द्रव्यों में आंवले का विभिन्न स्वरूपों में इस्तेमाल किया जाता है.
भोपाल के आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ राजेश शर्मा (Ayurvedic physician Dr Rajesh Sharma ) बताते हैं कि चरक संहिता में आंवले को एक बहूपयोगी औषधी माना गया है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, मेटाबोलिज़्म अच्छा करने , नेत्रों को स्वस्थ रखने में, दस्त व अन्य पाचन संबंधी समस्याओं में, हड्डियों को मजबूत करने में, खून की कमी को दूर करने में, रक्त को साफ करने में, पीलिया तथा शरीर को मधुमेह, उच्च रक्तचाप तथा ह्रदय रोगों से बचाए रखने में मदद करती है. वहीं सुश्रुत संहिता में आंवला को अधोभाग हर संशमन औषधि बताया गया है. जो शरीर के दोषों तथा शरीर में पनपने वाले हानिकारक तत्वों को मल के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है. वह बताते हैं कि आंवला शरीर के तीनों दोषों वात, पित्त और कफ को संतुलित व नियंत्रित रखने में मदद करता है. इसकी तासीर ठंडी होती है.
आंवले के गुण और लाभ
Dr Rajesh Sharma बताते हैं कि सुबह खाली पेट एक से दो आंवले का सेवन काफी फायदेमंद होता है . लेकिन दिन में दो ताजे आंवलों से ज्यादा का सेवन करने से परहेज करना चाहिए वरना सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है. इसके अलावा यदि आप ताजे आंवले का सेवन कर रहें हैं तो दिनभर पानी पीते रहना जरूरी होता है. गौरतलब है कि आंवले में विटामिन सी या एस्कॉर्बिक एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसके अलावा इसमें पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, कैरोटीन, विटामिन ए-बी कॉम्प्लेक्स, डाइयूरेटिक एसिड तथा एंटीऑक्सीडेंट सहित कई अन्य पोषक तथा सेहत के लिए लाभकारी तत्व पाए जाते हैं. वह बताते हैं कि आंवले में सेहत के लिए कई फायदेमंद गुण मिलते हैं. लेकिन आंवला के लाभों को पाने के लिए सबसे अच्छा तरीका इसे कच्चा खाना है. ताजे आंवले का सेवन या ताजे हरे आंवले के जूस का सेवन सेहत और सुंदरता को ज्यादा स्वस्थ रखते हैं . कच्चे आंवले के सेवन से होने वाले कुछ खास लाभ इस प्रकार हैं.
नियमित रूप से कच्चे आंवले खाने या इसका जूस पीने ना सिर्फ मुंह का स्वास्थ्य बना रहता है. मसूड़े स्वस्थ रहते हैं और सांसों से बदबू की समस्या भी कम होती है. आंवला एक रेशेदार फल है जिसमें फाइबर भरपूर मात्रा में होता है इसलिए यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है. स्वस्थ पाचन तंत्र मजबूत मेटाबॉलिज्म का निर्माण करता है.जिससे शरीर ना सिर्फ कई प्रकार की बीमारियों से बचा रहता है बल्कि वजन भी नियंत्रित रहता है.
आंवले के रस का सेवन करने से ग्रहण किए गए भोजन से पोषक तत्वों का अवशोषण ज्यादा बेहतर तरीके से होता है. इसके नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल व ह्रदय रोग में राहत मिलती है. आंवला शरीर में मौजूद टॉक्सिन यानी हानिकारक पदार्थों को भी बाहर निकालने में मदद करता है. आंवले में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं. यहां तक की इसके सेवन से ऑस्ट्रोपोरोसिस, अर्थराइटिस में तथा जोड़ों के दर्द की समस्या में भी आराम मिलता है. आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है इसलिए यह त्वचा और बालों को स्वस्थ, मजबूत और सुंदर बनाए रखने का कार्य भी करता है. यह त्वचा की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत में भी मदद करता है.चूंकि आंवला रक्त शुद्ध करने का भी कार्य करता है इसलिए यह मुंहासे की समस्या में राहत दिला सकता है तथा त्वचा को चमकदार बनाता है.
यहां लोग पेड़ों से लिपटकर होते हैं तनाव मुक्त, ये है देश का पहला प्राकृतिक हीलिंग सेंटर