उत्तरकाशी: छितकुल की ट्रैकिंग पर गए बंगाल के एक ट्रेकर की खिमलोगा ग्लेशियर (5600 मीटर) में गिरने से मौत हो गई है, जबकि दो ट्रेकर गंभीर रूप से घायल है. दोनों घायल टेकर खिमलोगा के निकट ही तीन पोर्टरों के साथ कैंप में ठहरे हुए हैं, जबकि तीन पोर्टर हिमाचल प्रदेश के छितकुल स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस के कैंप में शनिवार देर रात को पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जानकारी भारत तिब्बत सीमा पुलिस को दी. रविवार सुबह भारत तिब्बत सीमा पुलिस की रेस्क्यू टीम खिमलोगा के लिए रवाना हुई.
जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के तीन ट्रेकर और 6 पोर्टरों कुल 9 लोगों का दल एक सितंबर को उत्तरकाशी जिले की मोरी तहसील के लिवाड़ी गांव से खिमलोगा छितकुल टैक पर निकला था. इस दल के एक सदस्य ट्रेकर सुजोय दुबे (42) की खमिलोगा ग्लेशियर में गिरने के कारण मौत हो गई है, जबकि दूसरा ट्रेकर सुब्रतो विश्वास (49) और नरोत्तम ज्ञान (50) घायल भी हो गए हैं. सुब्रतो विश्वास की स्थिति चलने लायक नहीं थी, इसीलिए खमिलोगा में पोर्टर ने कैंप लगाया और तीन पोर्टर उसके साथ वहीं पर रुक गए है.
वहीं, तीन अन्य पोटर छितकुल स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस के कैंप में शनिवार रात को पहुंचे और आइटीबीपी के अधिकारियों को मामले की जानकारी दी. रात होने के कारण सुबह आइटीबीपी की टीम को रेस्क्यू के लिए खिमलोगा रवाना किया गया. वहीं, हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि आठ लोग सुरक्षित है. एक ट्रेकर और तीन पोर्टर छितकुल पहुंच चुके हैं, जबकि एक घायल ट्रेकर और तीन पोर्टर छितकुल में फंसे हुए हैं, जिनका रेस्क्यू करने के लिए आईटीबीपी की टीम निकल चुकी हैं.
पढ़ें- सेल्फी लेते वक्त युवक का फिसला पैर, धौरा डैम में डूबने से मौत
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि पश्चिम बंगाल के ट्रेकरों का ये दल बिना अनुमति के ही ट्रेकिंग पर गया था. गोविंद वन्यजीव राष्ट्रीय पार्क की ओर इस मामले में सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. बता दें कि अक्टूबर साल 2021 में भी हर्षिल लम्खागा छितकुल ट्रैक पर बंगाल के सात ट्रेकरों सहित नौ की मौत हो गई थी.