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उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू: हादसे के 10वें दिन जिला प्रभारी मंत्री पहुंचे घटनास्थल, बचाव कार्यों का लिया जायजा

Premchand Aggarwal reached Uttarkashi उत्तरकाशी सुरंग हादसे के 10वें दिन उत्तरकाशी प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल मौके पर पहुंचे हैं. इससे पहले घटना के कई दिन बाद तक उनके उत्तरकाशी न जाने पर कांग्रेस ने सवाल खडे़े किए थे. Uttarkashi tunnel collapsed

Premchand Aggarwal
प्रेमचंद अग्रवाल
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Nov 21, 2023, 3:42 PM IST

Updated : Nov 21, 2023, 10:42 PM IST

हादसे के 10वें दिन जिला प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पहुंचे घटनास्थल.

उत्तरकाशीः सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए राहत बचाव का कार्य जारी है. पिछले 10 दिन से टनल से मजदूरों को रेस्क्यू करने की कोशिश लगातार की जा रही है. अब इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स भी उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं. राहत की बात है कि अब 6 इंच वाली पाइप के जरिए मजदूरों के लिए गर्म खाना भेजा जा रहा है. लेकिन गजब की बात है कि उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल घटना के 10वें दिन उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए हैं.

घटनास्थल के छठवें दिन यानी 17 नवंबर को ईटीवी भारत ने 'उत्तरकाशी के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के घटना स्थल पर ना जाने को लेकर' प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. खबर प्रकाशित किए जाने के बाद अब प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए. तय कार्यक्रम के मुताबिक दोपहर करीब 3 बजे कैबिनेट मंत्री एवं उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल घटना स्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण किया.

प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रेस्क्यू अभियान की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री धामी द्वारा भी प्रतिदिन फीडबैक लिया जा रहा है. देश एवं विदेशों से भी विशेषज्ञों को रेस्क्यू ऑपरेशन हेतु बुलाया गया है. रेस्क्यू का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. जिला प्रशासन राज्य एवं केंद्रीय संस्थानों द्वारा आपसी समन्वय बनाकर निरंतर रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी टनल हादसा: 6 दिन बाद भी गायब हैं उत्तराखंड के मंत्री, विपक्ष ने जिले के प्रभारी प्रेमचंद का मांगा इस्तीफा

बता दें कि, उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में हुए 12 नवंबर की सुबह भू-धंसाव के कारण 41 मजदूर फंस गए थे. इसके बाद से कई एजेंसियां, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं. घटना के 10वें दिन यानी 21 नवंबर को राहत की खबर मिली है. एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा के जरिए सुरंग में फंसे श्रमिकों की तस्वीरें सामने आई हैं. जिससे ये पता चला है कि सभी लोग सुरक्षित हैं. मजदूरों ने वॉकी-टॉकी के माध्यम से बातचीत भी की है.

हादसे के 10वें दिन जिला प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पहुंचे घटनास्थल.

उत्तरकाशीः सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए राहत बचाव का कार्य जारी है. पिछले 10 दिन से टनल से मजदूरों को रेस्क्यू करने की कोशिश लगातार की जा रही है. अब इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स भी उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं. राहत की बात है कि अब 6 इंच वाली पाइप के जरिए मजदूरों के लिए गर्म खाना भेजा जा रहा है. लेकिन गजब की बात है कि उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल घटना के 10वें दिन उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए हैं.

घटनास्थल के छठवें दिन यानी 17 नवंबर को ईटीवी भारत ने 'उत्तरकाशी के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के घटना स्थल पर ना जाने को लेकर' प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी. खबर प्रकाशित किए जाने के बाद अब प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए. तय कार्यक्रम के मुताबिक दोपहर करीब 3 बजे कैबिनेट मंत्री एवं उत्तरकाशी जिले के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल घटना स्थल पर पहुंचे. जहां उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों का निरीक्षण किया.

प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रेस्क्यू अभियान की निरंतर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. मुख्यमंत्री धामी द्वारा भी प्रतिदिन फीडबैक लिया जा रहा है. देश एवं विदेशों से भी विशेषज्ञों को रेस्क्यू ऑपरेशन हेतु बुलाया गया है. रेस्क्यू का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है. जिला प्रशासन राज्य एवं केंद्रीय संस्थानों द्वारा आपसी समन्वय बनाकर निरंतर रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है.
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बता दें कि, उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में हुए 12 नवंबर की सुबह भू-धंसाव के कारण 41 मजदूर फंस गए थे. इसके बाद से कई एजेंसियां, केंद्र और राज्य सरकार मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं. घटना के 10वें दिन यानी 21 नवंबर को राहत की खबर मिली है. एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा के जरिए सुरंग में फंसे श्रमिकों की तस्वीरें सामने आई हैं. जिससे ये पता चला है कि सभी लोग सुरक्षित हैं. मजदूरों ने वॉकी-टॉकी के माध्यम से बातचीत भी की है.

Last Updated : Nov 21, 2023, 10:42 PM IST
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