उत्तरकाशीः रविवार को आराकोट बंगाण क्षेत्र में एक बार फिर चौथे दिन डीएम डॉ आशीष चौहान और एसपी पंकज भट्ट के नेतृत्व में रेस्क्यू और खोज बचाव का कार्य शुरू हो गया है. आईटीबीपी समेत एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें पैदल क्षतिग्रस्त मार्गों को दुरस्त करने के साथ ही राहत सामग्री सभी गांवों तक पहुंचाई जा रही हैं.
साथ ही एसडीआरएफ ने माकुड़ी गांव में एक बार दोबारा रेस्क्यू और खोज अभियान शुरू कर दिया है. वहीं, सभी प्रभावित गांव में अस्थाई हेलीपैड बनाये गए हैं. उत्तरकाशी के आराकोट बंगाण क्षेत्र में हुई तबाही का मंजर माकुड़ी गांव से शुरू हुआ था.
माकुड़ी गांव के नाले में बादल फटने के बाद 13 गांव में ऐसी तबाही हुई कि किसी ने सोचा भी नहीं था. बंगाण क्षेत्र के टिकोची सहित मोल्डा और सनेल, आराकोट, गोकुल, दुचानु, चिवां आदि गांव में घर के घर तबाह हो गया. वहीं, अभी तक 15 मरने वालों में सबसे ज्यादा संख्या 5 मृतक माकुड़ी गांव के शामिल हैं. साथ ही 7 लोग उपचार के लिए देहरादून भेजे गए हैं. उनमें 4 लोग माकुड़ी के शामिल हैं.
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आराकोट से डीएम डॉ आशीष चौहान की ओर से जिला सूचना विभाग के सरंक्षक सुरेश कुमार ने सूचना दी कि दुचानु सहित 11 गांव में माकुली, डगोली,चीवा,बलावट, टिकोची, दुचानू, किराणु, बरनाली, जोटाड़ी, जाकटा , मौड्डा में राहत सामग्री वितरण हेतु 11 अस्थायी हेलीपैड बनाएं गए हैं.
साथ ही माकुड़ी गांव में एसडीआरएफ ने एक बार फिर रेस्क्यू और खोज अभियान शुरू किया गया है. माकुड़ी के सभी इलाकों में खोज की जाएगी जिससे कि सभी आपदा प्रभावित को राहत सामग्री मिल सके. वहीं अगर कोई लापता हो तो उसका पता लग सके.