ETV Bharat / state

उत्तरकाशी:मनेरी बांध के नजदीक पहाड़ी पर खुदाई का विरोध, 2013 की आपदा में इस पहाड़ी ने की थी क्षेत्र की रक्षा

मनेरी बांध के नजदीक पहाड़ी पर हो रही खुदाई का स्वामी प्रशनानन्द महाराज ने विरोध किया है. उन्होंने कहा है कि अगर इस खुदाई को रोकने के लिए उन्हें उग्र आंदोलन भी करना पड़े तो वह करेंगे.

पहाड़ी पर खुदाई का विरोध उत्तरकाशी न्यूज , swami prasnanand maharaj uttarkashi updates
पहाड़ी पर खुदाई का विरोध.
author img

By

Published : May 16, 2020, 8:15 PM IST

उत्तरकाशी: मनेरी बांध के नजदीक जनपद के मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना 'प्रथम' के पास पहाड़ी पर हो रही खुदाई का गंगेश्वर मन्दिर के साधु स्वामी प्रशनानन्द महाराज ने विरोध किया है. उनका कहना है कि अगर इस पहाड़ी पर खुदाई होती है तो इससे उनके आश्रम सहित आसपास के क्षेत्र को भी भविष्य में खतरा हो सकता है. इसी पहाड़ी के चलते वर्ष 2013 की आपदा में आसपास का क्षेत्र सुरक्षित था.

उन्होंने कहा कि अगर यूजेवीएनएल के तहत काम कर रही संबंधित कार्यदायी निर्माण एजेंसी ने गंगेश्वर मन्दिर की पहाड़ी पर दोबारा खुदाई की तो वह इसका खुलकर विरोध करेंगे. अगर इस खुदाई को रोकने के लिए उन्हें उग्र आंदोलन भी करना पड़े तो वह करेंगे. साथ ही इस सम्बंध में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से भी शिकायत की गई है. उन्होंने कहा कि कार्यदायी निर्माण एजेंसी मंदिर की पहाड़ी पर बेवजह खुदाई कर रही है, जो कि पूरा हार्ड रॉक है.

पहाड़ी पर खुदाई का विरोध.

यह भी पढ़ें-उत्तराखंडी सेब को मिलेगी पहचान, राज्य सरकार ने 3 लाख पेटियां बनाने का दिया ऑर्डर

खुदाई से मंदिर और आश्रम में भी कम्पन होता है. स्वामी प्रशनानन्द ने यह भी कहा कि उन्हें बांध के किसी भी कार्य से आपत्ति नहीं है, लेकिन मंदिर की पहाड़ी पर किसी भी प्रकार के छेड़छाड़ का वह विरोध करेंगे. गंगेश्वर मन्दिर में हर रोज ग्रामीण पूजा पाठ के लिए आते हैं इसलिए अगर पहाड़ी पर खुदाई होती है तो यह बहुत बड़ा खतरा बन सकता है.

उत्तरकाशी: मनेरी बांध के नजदीक जनपद के मनेरी भाली जल विद्युत परियोजना 'प्रथम' के पास पहाड़ी पर हो रही खुदाई का गंगेश्वर मन्दिर के साधु स्वामी प्रशनानन्द महाराज ने विरोध किया है. उनका कहना है कि अगर इस पहाड़ी पर खुदाई होती है तो इससे उनके आश्रम सहित आसपास के क्षेत्र को भी भविष्य में खतरा हो सकता है. इसी पहाड़ी के चलते वर्ष 2013 की आपदा में आसपास का क्षेत्र सुरक्षित था.

उन्होंने कहा कि अगर यूजेवीएनएल के तहत काम कर रही संबंधित कार्यदायी निर्माण एजेंसी ने गंगेश्वर मन्दिर की पहाड़ी पर दोबारा खुदाई की तो वह इसका खुलकर विरोध करेंगे. अगर इस खुदाई को रोकने के लिए उन्हें उग्र आंदोलन भी करना पड़े तो वह करेंगे. साथ ही इस सम्बंध में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से भी शिकायत की गई है. उन्होंने कहा कि कार्यदायी निर्माण एजेंसी मंदिर की पहाड़ी पर बेवजह खुदाई कर रही है, जो कि पूरा हार्ड रॉक है.

पहाड़ी पर खुदाई का विरोध.

यह भी पढ़ें-उत्तराखंडी सेब को मिलेगी पहचान, राज्य सरकार ने 3 लाख पेटियां बनाने का दिया ऑर्डर

खुदाई से मंदिर और आश्रम में भी कम्पन होता है. स्वामी प्रशनानन्द ने यह भी कहा कि उन्हें बांध के किसी भी कार्य से आपत्ति नहीं है, लेकिन मंदिर की पहाड़ी पर किसी भी प्रकार के छेड़छाड़ का वह विरोध करेंगे. गंगेश्वर मन्दिर में हर रोज ग्रामीण पूजा पाठ के लिए आते हैं इसलिए अगर पहाड़ी पर खुदाई होती है तो यह बहुत बड़ा खतरा बन सकता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.