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उत्सव : 25 गांव में एक साथ मनाई जाएगी मंगसीर की बग्वाल - दीपावली

मंगसीर की बग्वाल एक थीम के साथ आगामी 14 दिसम्बर को एक साथ 25 गांव में मनाई जाएगी. तैयारियों के तहत अनघा माउंटेन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जनपद के 25 गांव के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आहूत की और तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया गया.

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Published : Dec 6, 2020, 7:26 PM IST

उत्तरकाशी : पहाड़ की समृद्ध और सांस्कृतिक विरासत मंगसीर की बग्वाल का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा. अनघा माउंटेन एसोसिएशन इसे बड़ा रूप देने की तैयारी में है. इस वर्ष मंगसीर की बग्वाल गांव की और थीम के साथ आगामी 14 दिसम्बर को एक साथ 25 गांव में मनाई जाएगी. जिसमें ग्रामीणों की पूर्ण सहभागिता होगी और भेलो सहित लोक नृत्य रासो तांदी के साथ ही पुराने खेलों का आयोजन भी किया जाएगा. एसोसिएशन की और से प्रत्येक गांव की बग्वाल सोशल मीडिया पर प्रचारित और प्रसारित की जाएगी.

जनपद में मंगसीर की बग्वाल की तैयारियों के तहत अनघा माउंटेन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जनपद के 25 गांव के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आहूत की और तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया गया. इस वर्ष जनपद मुख्यालय में सूक्ष्म रूप में वीर भड़ माधो सिंह भंडारी की झांकी के साथ भेलो कार्यक्रम और पूजा अर्चना की जाएगी. साथ ही अन्य सभी कार्यक्रम ग्रामीण स्तर पर आयोजित किये जाएंगे.

मंगसीर की बग्वाल.

पढ़ें: बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संगठनात्मक कार्यालय और विभागों की समीक्षा बैठक ली

एसोसिएशन विगत 13 वर्षों से जनपद मुख्यालय में मंगसीर की बग्वाल का आयोजन कर रही है. पहाड़ में कार्तिक माह की दीपावली के ठीक एक माह बाद मंगसीर की बग्वाल का आयोजन किया जाता है, जिसके पीछे अलग- अलग किवदंतियां हैं. कहा जाता है कि भगवान राम के अयोध्या पहुंचने की सूचना एक माह बाद पहाड़ों में पहुंची थी, तो दूसरी और कहा जाता है कि वीर भड़ माधो सिंह भंडारी तिब्बत से युद्ध जीतकर अपने गांव लौटे थे.

उत्तरकाशी : पहाड़ की समृद्ध और सांस्कृतिक विरासत मंगसीर की बग्वाल का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा. अनघा माउंटेन एसोसिएशन इसे बड़ा रूप देने की तैयारी में है. इस वर्ष मंगसीर की बग्वाल गांव की और थीम के साथ आगामी 14 दिसम्बर को एक साथ 25 गांव में मनाई जाएगी. जिसमें ग्रामीणों की पूर्ण सहभागिता होगी और भेलो सहित लोक नृत्य रासो तांदी के साथ ही पुराने खेलों का आयोजन भी किया जाएगा. एसोसिएशन की और से प्रत्येक गांव की बग्वाल सोशल मीडिया पर प्रचारित और प्रसारित की जाएगी.

जनपद में मंगसीर की बग्वाल की तैयारियों के तहत अनघा माउंटेन एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जनपद के 25 गांव के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आहूत की और तैयारियों को लेकर विचार विमर्श किया गया. इस वर्ष जनपद मुख्यालय में सूक्ष्म रूप में वीर भड़ माधो सिंह भंडारी की झांकी के साथ भेलो कार्यक्रम और पूजा अर्चना की जाएगी. साथ ही अन्य सभी कार्यक्रम ग्रामीण स्तर पर आयोजित किये जाएंगे.

मंगसीर की बग्वाल.

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एसोसिएशन विगत 13 वर्षों से जनपद मुख्यालय में मंगसीर की बग्वाल का आयोजन कर रही है. पहाड़ में कार्तिक माह की दीपावली के ठीक एक माह बाद मंगसीर की बग्वाल का आयोजन किया जाता है, जिसके पीछे अलग- अलग किवदंतियां हैं. कहा जाता है कि भगवान राम के अयोध्या पहुंचने की सूचना एक माह बाद पहाड़ों में पहुंची थी, तो दूसरी और कहा जाता है कि वीर भड़ माधो सिंह भंडारी तिब्बत से युद्ध जीतकर अपने गांव लौटे थे.

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