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उत्तरकाशी एवलॉन्च: अब तक 7 शव बरामद, 8 लोग रेस्क्यू, 25 लापता, ये हैं पर्वतारोहियों के नाम, PM ने जताया दुख - वायु सेना की मदद

उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा 2 (Draupadi ka Danda) में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 40 पर्वतारोहियों का दल एवलॉन्च में फंस गया, जिसमें से 7 शव बरामद कर लिए गए हैं. जबकि, 25 लोग लापता बताए जा रहे हैं. अभी तक 8 पर्वतारोहियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. बचाव और राहत कार्यों के लिए IAF ने 2 चीता हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया है. पीएम मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया है. पीएम मोदी ने कहा कि शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. बचाव अभियान जारी है और स्थिति पर अधिकारियों द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है.

Mountaineers Stuck Due to avalanche
द्रौपदी का डांडा में एवलॉन्च
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Published : Oct 4, 2022, 1:36 PM IST

Updated : Oct 5, 2022, 7:05 AM IST

उत्तरकाशीः सीमांत जनपद उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन में अभी तक 7 शव बरामद कर लिए गए हैं. डीजीपी के मुताबिक अभी तक 8 पर्वतारोहियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर दिया गया है. अभी तक 25 लोग लापता बताए जा रहे हैं. बचाव और राहत कार्यों के लिए IAF ने 2 चीता हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं, अन्य सभी हेलीकॉप्टरों के बेड़े को किसी भी अन्य आवश्यकता के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है.

डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम निम के बेस कैंप पर पहुंच चुकी है. एयरफोर्स के चॉपर ने सरसावा से टेक ऑफ कर लिया है. इसके अलावा प्राइवेट चॉपर भी सहस्त्रधारा हेलीपैड से उड़ान भर चुके हैं. एयरफोर्स का चॉपर पूरी रेकी करने के बाद बड़े स्तर पर रेस्क्यू कार्य में मदद करेगा. वहीं, भारी बर्फबारी के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया है.

  • द्रौपदी का डंडा-2 पर हुए हिमस्खलन में रेस्क्यू टीम द्वारा तलाश किये जा रहे पर्वतारोही प्रशिक्षुओं की सूची। pic.twitter.com/pT1rr72zbu

    — Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) October 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute of Mountaineering) के प्राचार्य अमित बिष्ट ने बताया कि निम के 40 प्रशिक्षुओं का दल द्रोपदी का डांडा-2 पर गए थे. फंसे लोगों को निकालने के लिए निम रेस्क्यू अभियान चला रहा है. घटनास्थल पर निम के पास दो सेटालाईट फोन मौजूद हैं. रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ की पहाड़ियों पर फिर हुआ हिमस्खलन, मंदिर सुरक्षित

वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) से रेस्क्यू अभियान (Mountaineers Stuck Due to avalanche) में तेजी लाने के लिए वायु सेना की मदद मांगी है. जिस पर राजनाथ ने मदद का आश्वासन दिया है.

  • उत्तरकाशी, उत्तराखंड में हिमस्खलन के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के कई प्रशिक्षुओं के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि राहत व बचाव कार्य में पूरी सफलता मिले।‌

    — President of India (@rashtrapatibhvn) October 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रशिक्षकों की मौत पर रक्षा मंत्री ने जताया दुखः वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एवलॉन्च में प्रशिक्षकों की मौत पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई है. इसके अलावा उन्होंने सीएम धामी से भी बात की और घटना की जानकारी ली. उन्होंने वायु सेना को बचाव और राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.

चल रही थी निम की ट्रेनिंग: नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार, 14 सितंबर 2022 से निम में एडवांस पर्वतारोहण पाठ्यक्रम शुरू हुआ था. पाठ्यक्रम प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार, निम और तेखला रॉक क्लाइम्बिंग प्रशिक्षण क्षेत्र में रॉक-क्लाइम्बिंग प्रशिक्षण में संशोधन के बाद, 23 सितंबर 2022 को 7 ट्रेनर्स, 34 ट्रेनी और एक नर्सिंग सहायक के साथ पहाड़ पर ट्रेनिंग शुरू की गई. 25 सितंबर को सभी बेस कैंप पहुंचे.

  • मा. रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस कोर्स में आइस एंड स्नो क्राफ्ट की ट्रेनिंग थी. प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार शिविर-1 में हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग के लिए कोर्स 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर 2022 तक निर्धारित किया गया था. 4 अक्टूबर 2022 को प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार ट्रेनिंग के लिए सभी लोग सुबह 4 बजे माउंट द्रौपदी का डांडा में गए. पर्वत शिखर से वापस लौटते समय 34 प्रशिक्षु और 7 पर्वतारोहण प्रशिक्षक सुबह 8:45 पर हिमस्खलन की चपेट में आ गए.

पीएम मोदी ने जताया दुख: PM मोदी ने कहा यह दुखद है कि हमने एनआईएम उत्तरकाशी पर्वतारोहण अभियान से जुड़े लोगों की बहुमूल्य जान गंवाई है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. बचाव अभियान जारी है और स्थिति पर अधिकारियों द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है.

उत्तरकाशीः सीमांत जनपद उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा 2 पर्वत चोटी के पास हिमस्खलन में अभी तक 7 शव बरामद कर लिए गए हैं. डीजीपी के मुताबिक अभी तक 8 पर्वतारोहियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर दिया गया है. अभी तक 25 लोग लापता बताए जा रहे हैं. बचाव और राहत कार्यों के लिए IAF ने 2 चीता हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं, अन्य सभी हेलीकॉप्टरों के बेड़े को किसी भी अन्य आवश्यकता के लिए स्टैंडबाय पर रखा गया है.

डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम निम के बेस कैंप पर पहुंच चुकी है. एयरफोर्स के चॉपर ने सरसावा से टेक ऑफ कर लिया है. इसके अलावा प्राइवेट चॉपर भी सहस्त्रधारा हेलीपैड से उड़ान भर चुके हैं. एयरफोर्स का चॉपर पूरी रेकी करने के बाद बड़े स्तर पर रेस्क्यू कार्य में मदद करेगा. वहीं, भारी बर्फबारी के कारण रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया है.

  • द्रौपदी का डंडा-2 पर हुए हिमस्खलन में रेस्क्यू टीम द्वारा तलाश किये जा रहे पर्वतारोही प्रशिक्षुओं की सूची। pic.twitter.com/pT1rr72zbu

    — Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) October 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

वहीं, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute of Mountaineering) के प्राचार्य अमित बिष्ट ने बताया कि निम के 40 प्रशिक्षुओं का दल द्रोपदी का डांडा-2 पर गए थे. फंसे लोगों को निकालने के लिए निम रेस्क्यू अभियान चला रहा है. घटनास्थल पर निम के पास दो सेटालाईट फोन मौजूद हैं. रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ लगातार समन्वय किया जा रहा है.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ की पहाड़ियों पर फिर हुआ हिमस्खलन, मंदिर सुरक्षित

वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) से रेस्क्यू अभियान (Mountaineers Stuck Due to avalanche) में तेजी लाने के लिए वायु सेना की मदद मांगी है. जिस पर राजनाथ ने मदद का आश्वासन दिया है.

  • उत्तरकाशी, उत्तराखंड में हिमस्खलन के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के कई प्रशिक्षुओं के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। सभी शोक-संतप्त परिवारों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदनाएं व्यक्त करती हूं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि राहत व बचाव कार्य में पूरी सफलता मिले।‌

    — President of India (@rashtrapatibhvn) October 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

प्रशिक्षकों की मौत पर रक्षा मंत्री ने जताया दुखः वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एवलॉन्च में प्रशिक्षकों की मौत पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई है. इसके अलावा उन्होंने सीएम धामी से भी बात की और घटना की जानकारी ली. उन्होंने वायु सेना को बचाव और राहत अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.

चल रही थी निम की ट्रेनिंग: नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से मिली जानकारी के अनुसार, 14 सितंबर 2022 से निम में एडवांस पर्वतारोहण पाठ्यक्रम शुरू हुआ था. पाठ्यक्रम प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार, निम और तेखला रॉक क्लाइम्बिंग प्रशिक्षण क्षेत्र में रॉक-क्लाइम्बिंग प्रशिक्षण में संशोधन के बाद, 23 सितंबर 2022 को 7 ट्रेनर्स, 34 ट्रेनी और एक नर्सिंग सहायक के साथ पहाड़ पर ट्रेनिंग शुरू की गई. 25 सितंबर को सभी बेस कैंप पहुंचे.

  • मा. रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है, जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है। सभी को सुरक्षित निकालने हेतु रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।

    — Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 4, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इस कोर्स में आइस एंड स्नो क्राफ्ट की ट्रेनिंग थी. प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार शिविर-1 में हाई एल्टीट्यूड ट्रेनिंग के लिए कोर्स 2 अक्टूबर से 4 अक्टूबर 2022 तक निर्धारित किया गया था. 4 अक्टूबर 2022 को प्रशिक्षण कार्यक्रम के अनुसार ट्रेनिंग के लिए सभी लोग सुबह 4 बजे माउंट द्रौपदी का डांडा में गए. पर्वत शिखर से वापस लौटते समय 34 प्रशिक्षु और 7 पर्वतारोहण प्रशिक्षक सुबह 8:45 पर हिमस्खलन की चपेट में आ गए.

पीएम मोदी ने जताया दुख: PM मोदी ने कहा यह दुखद है कि हमने एनआईएम उत्तरकाशी पर्वतारोहण अभियान से जुड़े लोगों की बहुमूल्य जान गंवाई है. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. बचाव अभियान जारी है और स्थिति पर अधिकारियों द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है.

Last Updated : Oct 5, 2022, 7:05 AM IST
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