उत्तरकाशी: जनपद की शुद्ध और साफ हवाओं में अब स्मैक और हुक्के के धुंए का जहर घुल चुका है. आम तौर पर शांत माने जाने वाले उत्तरकाशी में भी मिनी हुक्के का प्रचलन बढ़ रहा है. जिसके कारण यहां की साफ हवा जहरीली हो रही है. शहर की शांत जगहों जैसे नदी किनारे या सुनसान जगहों पर लोग हुक्के का इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ लोग इस हुक्के से स्मैक आदि का भी नशा कर रहे हैं.
दिल्ली-एनसीआर और राजधानी से निकलकर हुक्के का चलन पहाड़ों में भी बढ़ने लगा है. यहां कॉलेज और स्कूल जाने वाले युवा हुक्के के धुएं से घिरे हुए नजर आ रहे हैं. बात अगर उत्तरकाशी की करें तो यहां के सुनसान इलाकों में मिनी हुक्का बार का प्रचलन बढ़ रहा है. जहां 15 से 20 साल के बीच के युवा इस नशे की गिरफ्त में घिरते दिख रहे हैं.
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हालांकि उत्तरकाशी में पुलिस की ओर से नशे के खिलाफ लगातार अभियान चला जा रहा है. लेकिन ये मिनी हुक्का बार अभी पुलिस की पहुंच से दूर है. समय रहते अगर इस नशे के कारोबार को नहींं रोका गया तो वह दिन दूर नहीं जब पहाड़ की जवानी इस जहर में घुल कर पूरी तरह तबाह हो जाएगी.