उत्तरकाशी: जनपद में कई ऐसे स्कूल हैं, जिनके भवन जर्जर हालत में हैं. जो आए दिन हादसों को दावत देते रहते हैं. वहीं राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय थली का भवन लंबे समय से खस्ताहाल है. जहां छात्र-छात्राएं खौफ के माहौल में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. विद्यालय भवन की छत से हल्की बारिश होने पर पानी टपकता है, जबकि साफ मौसम में छत से सीमेंट गिरता रहता है. पिल्लर अपनी जगह छोड़ कर आड़े तिरछे हो गए हैं. जिससे अभिभावक भी बच्चों को लेकर चिंतित रहते हैं. वहीं विद्यालय भवन को दुरुस्त करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है.
नौगांव ब्लॉक का उच्च प्राथमिक विद्यालय थली का भवन साल 2009 में बनकर तैयार हुआ था. जो डेढ़ दशक बाद ही खराब गुणवत्ता की भेंट चढ़ गया. जर्जर भवन के नीचे करीब बाईस छात्र छात्राएं भय के माहौल में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. बारिश के समय विद्यालय की छत से पानी टपकने पर छात्रों को गांव के पंचायत भवन में बैठा कर पढ़ाया जाता है. ऐसे में अभिभावक भी अपने बच्चों को लेकर चिंतित रहते हैं. ग्राम प्रधान थली के अमीन सिंह राणा, राम सिंह, सविता देवी आदि का कहना है कि कई बार शासन प्रशासन व विद्यालय प्रशासन को लिखित व मौखिक बताया गया है.
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लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है. लगता है विद्यालय प्रबंधन किसी अनहोनी का इंतजार कर रहा है. नौगांव खंड शिक्षाधिकारी अजीत सिंह भंडारी ने बताया कि विद्यालय भवन के लिए रिपेयरिंग और पुनर्निर्माण की प्रक्रिया शासन में लंबित हैं. स्वीकृति मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी. बारिश के दिन छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो पंचायत भवन में बैठा कर पढ़ाने की व्यवस्था की गई है.