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बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण बनेगा रोजगार का साधन, पक्षियों के संसार से होंगे रूबरू - उत्तरकाशी वन विभाग

हर्षिल घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए वन विभाग की और से बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में स्थानीय युवाओं को बर्ड वाचिंग की बारीकियों और पक्षियों की प्रजातियों की जानकारियां दी जाएगी.

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उत्तरकाशी
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Published : Mar 12, 2021, 4:59 PM IST

Updated : Mar 12, 2021, 6:06 PM IST

उत्तरकाशी: हर्षिल घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए वन विभाग की और से बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में स्थानीय युवाओं को बर्ड वाचिंग की बारीकियां और पक्षियों की प्रजातियों की जानकारियां दी जाएगी. जिससे देश- विदेश से हर्षिल और गंगोत्री घाटी पहुंचने वाले पर्यटकों को यहां की पक्षियों की खूबसूरत प्रजातियों से रूबरू करवाया जा सकें.

बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण बनेगा रोजगार का साधन.

बता दें कि शुक्रवार को वन विभाग की और से हर्षिल में तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया. इस प्रशिक्षण शिविर में हर्षिल घाटी के आठ गांव हर्षिल, बगोरी, मुखबा, झाला,धराली,सुक्की, जसपुर और पुराली के युवाओं को बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे कि इस गुर को वह भविष्य में अपने रोजगार के रूप में अपना सकें और इको टूरिज्म में एक सहयोगी के रूप में आयाम स्थापित कर सकें.

पढ़ें:तीरथ के CM बनते ही मंत्रिमंडल और नौकरशाही में बदलाव की संभावना

वहीं, भागीरथी घाटी वन प्रमुख धीरज पांडे ने बताया कि हर्षिल घाटी पर्यटन के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है. और यहां पर प्रकृति की खूबसूरत नेमत के साथ विभिन्न प्रकार की पक्षियों की प्रजातियां हैं. इसलिए यहां स्थानीय युवाओं को चरणबद्ध तरीके से बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे कि आगे यह युवा एक नया रोजगार अपना सकें, वहीं युवाओं को थियोरेटिकल और प्रैक्टिकल दोनों प्रशिक्षण दिया.

उत्तरकाशी: हर्षिल घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने और युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए वन विभाग की और से बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण में स्थानीय युवाओं को बर्ड वाचिंग की बारीकियां और पक्षियों की प्रजातियों की जानकारियां दी जाएगी. जिससे देश- विदेश से हर्षिल और गंगोत्री घाटी पहुंचने वाले पर्यटकों को यहां की पक्षियों की खूबसूरत प्रजातियों से रूबरू करवाया जा सकें.

बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण बनेगा रोजगार का साधन.

बता दें कि शुक्रवार को वन विभाग की और से हर्षिल में तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ किया गया. इस प्रशिक्षण शिविर में हर्षिल घाटी के आठ गांव हर्षिल, बगोरी, मुखबा, झाला,धराली,सुक्की, जसपुर और पुराली के युवाओं को बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे कि इस गुर को वह भविष्य में अपने रोजगार के रूप में अपना सकें और इको टूरिज्म में एक सहयोगी के रूप में आयाम स्थापित कर सकें.

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वहीं, भागीरथी घाटी वन प्रमुख धीरज पांडे ने बताया कि हर्षिल घाटी पर्यटन के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है. और यहां पर प्रकृति की खूबसूरत नेमत के साथ विभिन्न प्रकार की पक्षियों की प्रजातियां हैं. इसलिए यहां स्थानीय युवाओं को चरणबद्ध तरीके से बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. जिससे कि आगे यह युवा एक नया रोजगार अपना सकें, वहीं युवाओं को थियोरेटिकल और प्रैक्टिकल दोनों प्रशिक्षण दिया.

Last Updated : Mar 12, 2021, 6:06 PM IST
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