उत्तरकाशी: यमुनोत्री धाम से लगे पिंडकी गांव में भीषण अग्निकांड हुआ है. यहां तीन मंजिला आवासीय भवन जलकर खाक हो गया है. गनीमत रही कि इस दौरान किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई. लेकिन आवासीय भवन में रखा खाद्यान्न सहित सारा सामान राख होने से तीन परिवार बेघर हो गए. दो अन्य ग्रामीणों के अन्नभंडार भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
आग की घटना मंगलवार तीन जनवरी देर रात की बताई जा रही है. मंगलवार रात को गीठ पट्टी के पिंडकी गांव में तीन मंजिला आवासीय मकान में आग लग गई. मकान में निवासरत जय सिंह रावत, नरेश सिंह व जसपाल सिंह ने परिवार सहित भागकर अपनी जान बचाई. आग इतनी तेजी से भड़की कि देखते ही देखते पूरे मकान को अपनी चपेट में ले लिया. घटना की सूचना पाकर जब तक पुलिस व फायर सर्विस की टीम मौके पर पहुंचती, उससे पहले ग्रामीणों ने पानी की टंकियों से पानी ढोकर आग को बुझाया.
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इस दौरान पेयजल लाइन में पानी जमने से ग्रामीणों को आग पर काबू पाने में दिक्कत हुई. हालांकि जब तक ग्रामीणों ने आग बुझाई, तब तक आग से पूरा भवन जलकर खाक हो चुका था. वहीं अग्निकांड में दो अन्य ग्रामीणों बिलेंद्र सिंह व विकास सिंह के कुठार (अन्न भंडार) भी क्षतिग्रस्त हो गए.
पीड़ित परिवारों ने बताया कि अग्निकांड में उनके घर का सारा सामान व खाद्यान्न जलकर बर्बाद हो गया है. उन्होंने शासन-प्रशासन से मदद की अपील की है. क्षेत्र पंचायत सदस्य और नौगांव ब्लॉक प्रमुख सरोज पंवार ने अग्निकांड पीड़ित परिवारों को शासन-प्रशासन से तत्काल सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है.
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इधर, एसडीएम देवानंद शर्मा ने बताया कि अग्नि पीड़ित परिवारों को तात्कालिक रूप से 5 हजार प्रति परिवार व ढाई हजार रुपए आंशिक रूप से प्रभावित परिवारों को सहायता राशि दी गई है. इसके साथ त्रिपाल व कंबल उपलब्ध कराई गई हैं. मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से पत्र भेजा जा रहा है. आग लगने का प्राथमिक कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है.