उत्तरकाशी: उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है. कोरोना से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. उत्तरकाशी में भी दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने जनपद में गुरुवार से शनिवार तक कोरोना कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया गया है. लेकिन यह कर्फ्यू मात्र औपचारिकता बनकर रह गया है. कर्फ्यू में आवश्यक सेवाओं की दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है. लेकिन इन दुकानों पर भी कोरोना नियमों का उल्लंघन हो रहा है.
वहीं, नगर में लगी सब्जी की रेहड़ी-ठेलियों में बच्चे बिना मास्क लगाए सब्जी बेच रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस यह सब अनदेखा कर रही है.
उत्तरकाशी में कोरोना कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया गया है. जिसमें आवश्यक सेवाओं राशन सहित सब्जी आदि की दुकानों को दोपहर 1 बजे तक खोलने की अनुमति है. इसके तहत उत्तरकाशी नगर के रामलीला मैदान और हनुमान चौक पर सब्जियों की ठेली और रेहड़ी लगाई जा रही है. लेकिन यहां अधिकतर रेहड़ी पर 10 से 15 वर्ष के बच्चे सब्जियां बेचते नजर आ रहे हैं. इन सब के मास्क चेहरे से नीचे और गर्दन पर लटके हुए मिले.
जिला कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी डॉ. बीएस रावत का कहना है कि प्रतिदिन 100 कोविड टेस्ट में 3 से 4 बच्चे भी पॉजिटिव पाए जा रहे हैं. हालांकि अभी उम्र के हिसाब से अलग डाटा तैयार नहीं किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में जहां सब्जी-ठेलियों पर इन बच्चों के परिजन इनकी जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. वहीं गाइडलाइन जारी करने वाला प्रशासन और पुलिस मूकदर्शक बने हुए हैं. प्रशासन मात्र कोरोना कर्फ्यू के आदेश जारी कर रही है, लेकिन जिम्मेदारी नहीं निभा रही है.
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जिला अस्पताल सीएमएस डॉ. एसडी सकलानी का कहना है कि 6 माह की एक बच्ची भी कोरोना संक्रमित पाई गई है. बच्चों को इस संक्रमण से बचाने के विशेष एहतियात बरतने आवश्यक है. एसपी मणिकांत मिश्रा का कहना है कि बच्चों के सब्जी बेचने का मामला मीडिया के माध्यम से सामने आया है. इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.