उत्तरकाशीः पहाड़ों में इस साल मार्च महीने में भी बर्फबारी रुकने का नाम नहीं ले रही है. मार्च महीने की दूसरी बर्फबारी के बाद जहां पूरी हर्षिल घाटी में जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गई है. वहीं, भारतीय सेना के जवानों को भी बर्फबारी से निपटने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. बर्फबारी के कारण हर्षिल कैंट और गांव के अंदरूनी मार्गों पर ज्यादा बर्फ जम गई है. जिन्हें सेना के जवान अपने वाहनों और अन्य तरीकों से बर्फ हटाकर आवाजाही कर रहे हैं.
बता दें कि बुधवार शाम से हर्षिल घाटी में लगातार बर्फबारी जारी है. जबकि, गुरुवार दोपहर तक हर्षिल घाटी में जमकर बर्फबारी हुई. जिस कारण गंगोत्री हाईवे झाला से आगे आवाजाही के लिए खतरनाक बन गया है. झाला से हर्षिल और धराली तक मार्ग खोलने के लिए बीआरओ की मशीनरी लगातार काम कर रही है. वहीं, हर्षिल के अंदरुनी मार्गों पर बर्फ के कारण ग्रामीणों और सेना के जवानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं, सेना के जवान हर्षिल गांव और कैंट के अंदरुनी मार्गों को खोलने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. जहां पर आर्मी के जवान अलग तरीके से बर्फ हटाने में जुटे हैं. जवान ट्रक के पीछे से लकड़ी का गुटका बांधकर उस पर खड़े होकर सड़क से बर्फ हटा रहे हैं. जिससे मार्गों को दुरस्त कर वहां से सेना और ग्रामीणों के वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके.