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उधम सिंह नगर: 10 सालों से बदहाल बनी सड़क, जनप्रतिनिधि नहीं ले रहे सुध

दिनेशपुर क्षेत्र के खटोला अमृतनगर की मुख्य सड़क पिछले 10 सालों से बदहाल पड़ी है. ग्रामीणों द्वारा कई बार धरना-प्रदर्शन कर इस सड़क के निर्माण की मांग उठाई जा चुकी है. लेकिन हालात जस के तस बने हुए हैं.

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10 सालों से बदहाली की आंसू रो रहा सड़क
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Published : Dec 21, 2019, 2:12 PM IST

उधम सिंह नगर: जनपद के दिनेशपुर क्षेत्र के खटोला अमृतनगर की मुख्य सड़क पिछले 10 सालों से बदहाल बनी हुई है. ग्रामीणों द्वारा कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया जा चुका है, बावजूद इसके सड़क का निर्माण न होने से आये दिन ग्रामीण व स्कूली बच्चें सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. जबकि, कई लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है.

10 सालों से बदहाल बनी सड़क.

वहीं, चुनाव में विधायक व जनप्रतिनिधियो ने क्षेत्र के विकास के बड़े-बड़े दावे किए थे. लेकिन अभीतक इस क्षेत्र के लोग विकास की बाट जोह रहे हैं. जबकि, रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल और कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने दावा किया था कि राज्य और केन्द्र में हमारी सरकार है, जिससे विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी. लेकिन बदहाल सड़क को देखते हुए सभी दावे फेल नजर आते हैं.

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दरअसल, ये सड़क तीन गांवों की मुख्य सड़क है. लोकसभा चुनाव में स्थानीय लोगों फैसला लिया था कि 'रोड नहीं, तो वोट नहीं'. उस समय तत्काल जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी तहसीलदार पुलिस ने ग्रामीणों को प्रदर्शन से रोककर आश्वासन दिया था कि आचार संहिता के कारण सड़क निर्माण नहीं हो सकता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सड़क का निर्माण करा दिया जाएगा. लेकिन अभी तक सड़क निर्माण का कुछ पता नहीं है.

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वही, नौ सालों से सड़क निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे हैं पूर्व सैनिक खड़क सिंह कार्की का कहना है कि 5000 लोगों के इस गांव सड़क निर्माण के लिए पिछले 9 सालों से संघर्ष कर रहे हैं. साथ ही अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को कई बार धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपकर सड़क निर्माण की गुहार लगाई गई है. बावजूद इसके अबतक इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है.

उधम सिंह नगर: जनपद के दिनेशपुर क्षेत्र के खटोला अमृतनगर की मुख्य सड़क पिछले 10 सालों से बदहाल बनी हुई है. ग्रामीणों द्वारा कई बार धरना-प्रदर्शन भी किया जा चुका है, बावजूद इसके सड़क का निर्माण न होने से आये दिन ग्रामीण व स्कूली बच्चें सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. जबकि, कई लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है.

10 सालों से बदहाल बनी सड़क.

वहीं, चुनाव में विधायक व जनप्रतिनिधियो ने क्षेत्र के विकास के बड़े-बड़े दावे किए थे. लेकिन अभीतक इस क्षेत्र के लोग विकास की बाट जोह रहे हैं. जबकि, रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल और कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय ने दावा किया था कि राज्य और केन्द्र में हमारी सरकार है, जिससे विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं होगी. लेकिन बदहाल सड़क को देखते हुए सभी दावे फेल नजर आते हैं.

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दरअसल, ये सड़क तीन गांवों की मुख्य सड़क है. लोकसभा चुनाव में स्थानीय लोगों फैसला लिया था कि 'रोड नहीं, तो वोट नहीं'. उस समय तत्काल जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी तहसीलदार पुलिस ने ग्रामीणों को प्रदर्शन से रोककर आश्वासन दिया था कि आचार संहिता के कारण सड़क निर्माण नहीं हो सकता है, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सड़क का निर्माण करा दिया जाएगा. लेकिन अभी तक सड़क निर्माण का कुछ पता नहीं है.

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वही, नौ सालों से सड़क निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे हैं पूर्व सैनिक खड़क सिंह कार्की का कहना है कि 5000 लोगों के इस गांव सड़क निर्माण के लिए पिछले 9 सालों से संघर्ष कर रहे हैं. साथ ही अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों को कई बार धरना-प्रदर्शन और ज्ञापन सौंपकर सड़क निर्माण की गुहार लगाई गई है. बावजूद इसके अबतक इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है.

Intro:एंकर - उधम सिंह नगर के दिनेशपुर क्षेत्र के खटोला अमृतनगर की मुख्य सड़क जो पिछले 10 सालों से बदहाली की आंसू बहा रहा है तो वही कई बार धरना प्रदर्शन हुआ लेकिन सड़क निर्माण नहीं हो पाया जिससे आए दिन ग्रामीण व स्कूली बच्चे चोटिल हो रहे हैंBody:सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क अंदाजा लगाना मुश्किल है जी हा हम बात कर रहे है उधम सिंह नगर के दिनेशपुर क्षेत्र के खटोला अमृतनगर की मुख्य सड़क कि जो पिछले दस सालों से जर्जर हालत में है इस बीच कई जनप्रतिनिधि आये गए लेकिन इस सड़क का निर्माण तो दूर की बात है सड़क का मरम्मत तक नही हो पाया जिससे आय दिन ग्रामीण व स्कूली बच्चे सड़क के गड्डो में गिरकर चोटिल हो रही है तो वही इस जर्जर सड़क को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है इन दस सालों में ग्रमीणों ने इस सड़क निर्माण की मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन किया लेकिन ग्रमीणों की मांगो को नजरअंदाज किया गया हालाकि रुद्रपुर विधायक राजकुमार ठुकराल और कैविनेट मंत्री अरविंद पांडेय कई दावे कर चुके है कि हमारी डबल इंजन की सरकार हैं विकास कार्यो के लिए धन की कोई कमी नही होगी लेकिन यहाँ तो सड़क के मरम्मत तक के लिए बजट नही है उनके दावे इस सड़क पर आके फैल हो जाते है
आपको बता दे कि तीन गाँव की मुख्य सड़क है और इस सड़क की निर्माण व मरम्मत के लिए स्थानीय लोगो ने कई बार धरना प्रदर्शन किया उसके बाबजूद भी इस सड़क का निर्माण व मरम्मत नही हो पाया जिस कारण ग्रमीण व स्कूली बच्चे इस सड़क में गिरकर चोटिल हो रही है तो वही इस सड़क को लेकर बिगत लोकसभा चुनाव में स्थानीय लोगों द्वारा जमकर धरना प्रदर्शन करते हुए ये फैसला लिया था रोड नही तो वोट नही उस समय तत्काल जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी तहसीलदार पुलिस आके प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन करने से रोक कर आश्वासन देते हुए कहा था कि अभी तो चुनाव चल रहा है इसलिए आचार संहिता लगा हुआ है इसलिए अभी तो सड़क का निर्माण नही हो सकता लेकिन चुनाव खत्म होते ही सड़क का निर्माण करा दिया जाएगा कहते हुए सड़क का इंस्ट्रूमेंट बना कर लेके गए थे लेकिन अभी तक सड़क निर्माण का कुछ अता पता नही है

वीओ - वही 9 सालों से सड़क निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे हैं पूर्व सैनिक खड़क सिंह कार्की का कहना है कि इस गांव में 5000 लोग निवास करते है और ये सड़क तीन गाँव की मुख्य सड़क है हम पिछले 9 सालो से खटोला अमृतनगर सड़क निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे कई वार जिलाधिकारी उपजिलाधिकारी तहसीलदार मंत्री व विधायक को ज्ञापन दिया है तो कई बार धरना प्रदर्शन भी किया है उसके बावजूद भी इस सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है और कहा कि डबल इंजन के सरकार है विकास केेे मामले में काफी तेजी से काम कर रहे हैं और वर्तमान सरकार कई अवार्ड जीत रहे लेकिन सब झूठ है और चेतावनी देते हुए कहा कि सड़क का निर्माण नही हुआ तो इस बार हम धरना प्रदर्शन नही करंगे बल्कि आमरण अनशन पर बैठेंगे

वही ग्रमीणों का कहना है कि खटोला अमृतनगर गाँव की सड़क पिछले दस सालों से जर्जर हालत में है जिस कारण आय दिन स्कूली बच्चे व ग्रमीण चोटिल होते रहते है इस सड़क के बड़े बड़े गड्ढे में गिरकर कई लोग चोटिल हो चुके है तो कई की मौत हो चुकी है इसके बाबजूद भी कोई नेता व प्रशासनिक अधिकारी इसकी सुध तक नही ले रहे है नेताओं द्वारा सिर्फ आश्वासन ही दिया जाता है लेकिन सड़क निर्माण नही हो पाता हमने इस सड़क को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन करते हुए सड़क निर्माण की मांग की लेकिन हमारी मांगो को विधायक व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने नजरअंदाज किया हमारे यहाँ के मंत्री व विधायक व जनप्रतिनिधि बड़े बड़े वादे करते है कि हमारी डबल इंजन की सरकार है विकास कार्यो के लिए धन की कोई कमी नही होगी लेकिन उनके दावे इस सड़क पर आके फैल हो जाते हैConclusion:वाइट - खड़क सिंह कार्की पूर्व सैनिक व 9 सालों से सड़क के लिए संघर्ष कर रहे है

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