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लावारिस हालत में मिली नेपाली मूल की दो नाबालिग, पुलिस ने एनजीओ को सौंपा

उधम सिंह नगर जिले की खटीमा में लावारिस हालत में नेपाली मूल की दो नाबालिग बच्चियों को पुलिस ने बरामद किया. परिजनों का सही पता मालूम ना होने पर पुलिस ने दोनों बच्चियों को नेपाली एनजीओ को सौंपा दिया है.

पुलिस ने नाबालिग बच्चियों को किया बरामद
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Published : Aug 4, 2019, 4:57 PM IST

Updated : Aug 4, 2019, 10:58 PM IST

खटीमा: पुलिस द्वारा दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया है. दोनों नेपाली मूल की बतायी जा रही हैं. पुलिस द्वारा दोनों मासूम बच्चियों को बनबसा स्थित नेपाल एनजीओ की सुपुर्दगी में दिया गया. बच्चियों ने बताया कि उनकी मां उन्हें यहां छोड़कर चली गई है.

पुलिस ने नाबालिग बच्चियों को किया बरामद

दरअसल, उधम सिंह नगर जिले की खटीमा कोतवाली को सूचना मिली थी कि दो नाबालिग लड़कियां लावारिस हालत में घूम रही हैं. जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस दोनों बच्चियों को खटीमा कोतवाली ले आई. मासूमों की उम्र 8 और 10 साल बताई जा रही है.

पढ़ें- नसबंदी के पांच साल बाद महिला ने दिया बच्चे को जन्म, मानवाधिकार आयोग से की शिकायत

पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि मूल रूप से वे दोनों नेपाल के मलास गांव की हैं. उन्होंने बताया कि एक माह पहले उनकी मां उन्हें दिल्ली से खटीमा लेकर आई थी और छोड़कर चली गई. जिसके बाद से वे दोनों बहनें खटीमा के टनकपुर रोड स्थित एक मंदिर में रह रही थी.

वहीं, खटीमा कोतवाल संजय पाठक का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दो नाबालिग बच्चियां लावारिस हालत में सड़कों पर घूम रही हैं. सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर दोनों बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया है. पूछताछ करने पर पता चला दोनों लड़कियां नेपाली मूल की हैं. वर्तमान में उनके माता-पिता दिल्ली में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि दोनों नाबालिग बच्चियों को चंपावत जिले के बनबसा स्थित नेपाल बॉर्डर पर कार्य करने वाले नेपाली एनजीओ के सुपुर्द किया गया.

खटीमा: पुलिस द्वारा दो नाबालिग लड़कियों को बरामद किया गया है. दोनों नेपाली मूल की बतायी जा रही हैं. पुलिस द्वारा दोनों मासूम बच्चियों को बनबसा स्थित नेपाल एनजीओ की सुपुर्दगी में दिया गया. बच्चियों ने बताया कि उनकी मां उन्हें यहां छोड़कर चली गई है.

पुलिस ने नाबालिग बच्चियों को किया बरामद

दरअसल, उधम सिंह नगर जिले की खटीमा कोतवाली को सूचना मिली थी कि दो नाबालिग लड़कियां लावारिस हालत में घूम रही हैं. जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस दोनों बच्चियों को खटीमा कोतवाली ले आई. मासूमों की उम्र 8 और 10 साल बताई जा रही है.

पढ़ें- नसबंदी के पांच साल बाद महिला ने दिया बच्चे को जन्म, मानवाधिकार आयोग से की शिकायत

पूछताछ में नाबालिगों ने बताया कि मूल रूप से वे दोनों नेपाल के मलास गांव की हैं. उन्होंने बताया कि एक माह पहले उनकी मां उन्हें दिल्ली से खटीमा लेकर आई थी और छोड़कर चली गई. जिसके बाद से वे दोनों बहनें खटीमा के टनकपुर रोड स्थित एक मंदिर में रह रही थी.

वहीं, खटीमा कोतवाल संजय पाठक का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दो नाबालिग बच्चियां लावारिस हालत में सड़कों पर घूम रही हैं. सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर दोनों बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया है. पूछताछ करने पर पता चला दोनों लड़कियां नेपाली मूल की हैं. वर्तमान में उनके माता-पिता दिल्ली में रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि दोनों नाबालिग बच्चियों को चंपावत जिले के बनबसा स्थित नेपाल बॉर्डर पर कार्य करने वाले नेपाली एनजीओ के सुपुर्द किया गया.

Intro:summary- लावारिस घूमती हुई नेपाली मूल की दो नाबालिग बच्चियां पुलिस को मिली परिजनों का सही पता मालूम ना होने पर पुलिस ने दोनों बच्चियों को नेपाली एनजीओ को सौंपा।


एंकर- नेपाली मूल की तो मासूम नाबालिग बच्चियां सड़क पर टहलते हुए पुलिस को मिली। पुलिस ने मासूम नाबालिग बच्चियों से उनके परिजनों के बारे में की पूछताछ। नाबालिग बच्चियों के अभिभावकों का सही पता ना लगने पर दोनों मासूम बच्चियों को बनबसा स्थित नेपाल एनजीओ की सुपुर्दगी में दिया।

नोट- ख़बर एफटीपी में- do nabalig bachhiya mili - नाम के फोल्डर में है।


Body:वीओ- उधम सिंह नगर जनपद की खटीमा कोतवाली को सूचना मिली थी कि तो नाबालिक बच्चा टनकपुर रोड के अमाउंट क्षेत्र में घूम रही हैं।सूचना पर बच्चों को ढूंढने निकली पुलिस को लावारिस हालत में घूमते हुए 8 और 10 साल की दो सगी बहनें मिली। जिन्हें पुलिसकर्मी खटीमा कोतवाली ले ले आए। खटीमा कोतवाली में महिला पुलिस कर्मियों द्वारा 10 साल की गोमती और 8 साल की गोपीका से पूछताछ की गई। जिसमें उन्होंने बताया कि मूल रूप से दोनों नेपाल के मलास गांव और वर्तमान में दिल्ली के कीर्ति नगर में अपने पिता विजय, मां जानू ,भाई गौतम और बहन दीपिका के साथ रहती थी। एक माह पूर्व उनकी मां बस से उन्हें खटीमा लेकर आई थी और खटीमा छोड़ कर चली गई थी। तब से दोनों बहनें खटीमा के टनकपुर रोड स्थित एक मंदिर में रह रही थी। आज वह दोनों बहने घूमने के लिए निकली थी।
वहीं खटीमा कोतवाल संजय पाठक का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दो नाबालिग बच्चियां लावारिस हालत में सड़कों पर घूम रही हैं। सूचना पर पुलिस ने पहुंचकर दोनों बच्चों को अपने कब्जे में ले लिया है। पूछताछ करने पर पता चला दोनों लड़कियां नेपाली मूल की है। वर्तमान में उनके माता-पिता दिल्ली में रह रहे हैं। दोनों नाबालिग बच्चियों को चंपावत जिले के बनबसा स्थित नेपाल बॉर्डर पर कार्य करने वाले नेपाली एनजीओ के सुपुर्द किया जा रहा है।

बाइट- संजय पाठक कोतवाल खटीमा


Conclusion:
Last Updated : Aug 4, 2019, 10:58 PM IST
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