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रुद्रपुर में अघोषित बिजली कटौती से व्यापारी परेशान, सीएम के प्रस्तावित दौरे का किया विरोध

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Published : Apr 22, 2022, 3:44 PM IST

भीषण गर्मी के प्रकोप के बीच उत्तराखंड में बिजली का संकट गहरा गया (Power crisis grips Uttarakhand) है. खपत बढ़ने और उपलब्धता कम होने के चलते कई घंटे बिजली कटौती की जा रही है, जिससे लोगों में गुस्सा साफ नजर आ रहा है. रुद्रपुर में भी व्यापारियों ने अघोषित बिजली कटौती के विरोध ऊर्जा निगम के कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया (Traders protest due to power cut).

Rudrapur
रुद्रपुर में अघोषित बिजली कटौती से परेशान व्यापारी

रुद्रपुर: उत्तराखंड में बिजली संकट गहराता जा रहा है. रुद्रपुर में बिजली की अघोषित कटौती से आम जनता के साथ-साथ व्यापारियों की भी मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं. यही कारण है कि शुक्रवार को रुद्रपुर में अघोषित बिजली कटौती से परेशान व्यापारियों ने डीजीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर अधिकारियों का घेराव भी किया.

इस दौरान व्यापारियों ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि बिजली कटौती का कोई हल नहीं निकाला गया तो वे मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध करेंगे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अघोषित बिजली कटौती से आम आदमी से लेकर व्यापारी तक परेशान है. इस भीषण गर्मी में घंटों बिजली गुल रहती है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लेकिन उनकी कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
पढ़ें- चिलचिलाती धूप में हरीश रावत का मौन व्रत, बिजली कटौती पर सरकार को घेरा

व्यापारियों ने साफ किया है कि यदि बिजली की कटौती बंद नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. इसके साथ ही वे 27 अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के रुद्रपुर दौरे का विरोध भी करेंगे. बता दें कि उत्तराखंड में इस साल सबसे ज्यादा बिजली संकट देखने को मिल रहा है. इसकी दो प्रमुख वजह बताई जा रही हैं. इस साल मार्च महीने में औसत डिमांड सर्वाधिक 37.944 मिलियन यूनिट और उपलब्धता 28.680 मिलियन यूनिट रिकॉर्ड हुई है. यूपीसीएल को रोजाना 12 से 15 करोड़ रुपए की अतिरिक्त बिजली खरीदनी पड़ रही है.

रुद्रपुर: उत्तराखंड में बिजली संकट गहराता जा रहा है. रुद्रपुर में बिजली की अघोषित कटौती से आम जनता के साथ-साथ व्यापारियों की भी मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं. यही कारण है कि शुक्रवार को रुद्रपुर में अघोषित बिजली कटौती से परेशान व्यापारियों ने डीजीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर अधिकारियों का घेराव भी किया.

इस दौरान व्यापारियों ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि बिजली कटौती का कोई हल नहीं निकाला गया तो वे मुख्यमंत्री के दौरे का विरोध करेंगे. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि अघोषित बिजली कटौती से आम आदमी से लेकर व्यापारी तक परेशान है. इस भीषण गर्मी में घंटों बिजली गुल रहती है, जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लेकिन उनकी कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
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व्यापारियों ने साफ किया है कि यदि बिजली की कटौती बंद नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे. इसके साथ ही वे 27 अप्रैल को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) के रुद्रपुर दौरे का विरोध भी करेंगे. बता दें कि उत्तराखंड में इस साल सबसे ज्यादा बिजली संकट देखने को मिल रहा है. इसकी दो प्रमुख वजह बताई जा रही हैं. इस साल मार्च महीने में औसत डिमांड सर्वाधिक 37.944 मिलियन यूनिट और उपलब्धता 28.680 मिलियन यूनिट रिकॉर्ड हुई है. यूपीसीएल को रोजाना 12 से 15 करोड़ रुपए की अतिरिक्त बिजली खरीदनी पड़ रही है.

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