पंतनगर: नगर के कृषि विश्वविद्यालय में शनिवार को कृषि विज्ञान केंद्रों के वार्षिक कार्यशाला का आयोजन किया गया. तीन दिवसीय इस कार्यशाला में कई राज्यों के कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों ने शिरकत की. वहीं, इस कार्यक्रम में जम्मू व काश्मीर, हिमांचल प्रदेश,पंजाब और उत्तराखंड के कई विश्वविद्यालयों के कुलपति भी मौजूद रहे.
बता दें कि कृषि विज्ञान केंद्रों के वार्षिक क्षेत्रीय कार्यशाला जोन 1 का आयोजन पंतनगर कृषि विश्विद्यालय में किया गया. जिसमें कृषि विज्ञान केंद्रों के 66 वैज्ञानिकों ने भाग लिया. कार्यशाला में वैज्ञानिकों ने कहा कि किसानों की आय को दोगनी करने के लिए योजनाएं बनानी होगी. कृषि क्षेत्र के लिए जोन 1 विषम परिस्थतियों में भी बेहतर काम कर रहा है. क्योंकि जोन एक की भगौलिक परिस्थिति अन्य जोन से अलग है.
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वहीं, पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति तेज प्रताप ने कहा कि विश्वविद्यालयों में होने वाले शोधों को किसानों तक पहुंचाने का काम कृषि विज्ञान केंद्र कर रहा है. न्यू इंडिया के किसानों को कॉमर्शियल खेती करने की जरूरत है. पहाड़ों के किसानों की आय को पांच गुना करने की जरुरत है, ताकि खेती से मोह भंग न हो. इसके लिए विश्वविद्यालय को नए-नए शोध करने होंगे और साथ ही उन शोधों को कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से किसानों तक पहुंचाना भी होगा, ताकि किसान की आय को बढ़ाया जा सके.