काशीपुरः न्यू चामुंडा बिहार ब्राह्मण सभा के पास एक बंद पड़े मकान में अज्ञात बदमाशों ने लाखों के सामान पर हाथ साफ कर लिया. घटना का पता तब चला, जब मकान का केयरटेकर सुबह मकान की सफाई करने पहुंचा था.
तब से महेश चंद्र अपनी बेटी के साथ पुणे में रह रहे हैं. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, महेश आखिरी बार दिसम्बर 2019 में कुछ दिनों के लिए काशीपुर पहुंचे थे. उधर, चंद्रशेखर मिश्रा भी कोरोना महामारी के चलते पत्नी और बच्चों को कोटाबाग छोड़ आए थे. उसके बाद से वह लगातार मकान की देखरेख के लिए आते रहते थे.
पढ़ेंः टिहरी: सील होने के बाद भी चल रहा हॉट मिक्स प्लांट, ग्रामीणों ने दी आंदोलन की चेतावनी
चंद्रशेखर मिश्रा ने पुलिस को बताया कि वह बीते 26 अगस्त को आखिरी बार मकान में पहुंचे. बताया जा रहा है कि स्कूल में मीटिंग की वजह से वह सुबह जब मकान पर पहुंचे तो अंदर का नजारा देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. मकान के अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था और कई सामान गायब था. मकान में चोरों ने तोड़फोड़ भी की थी.
उधर, कोतवाल प्रभारी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है. जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.