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इस स्कूल में बच्चों से लगवाई जाती है झाड़ू, प्रधानाचार्य ने दिया गैरजिम्मेदाराना बयान - प्राथमिक विद्यालय

प्राथमिक विद्यालय में शिक्षा का बुरा हाल है. विद्यालयों में पढ़ाई के नाम पर बच्चों को विद्यालय आते ही झाड़ू पकड़ा दी जाती है. शिक्षा विभाग भले ही स्कूलों में साफ-सफाई की व्यवस्था बनाई हो, लेकिन कुछ ऐसे टीचर भी हैं जो छात्रों के स्कूल आते ही हाथों में झाड़ू थमा देते है.

karanpur  primary school
इस स्कूल में बच्चों से लगवाई जाती है झाड़ू
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Published : Dec 1, 2019, 12:20 PM IST

Updated : Dec 1, 2019, 2:10 PM IST

काशीपुर: राज्य सरकार भले ही सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लाख दावे कर रही हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट है. जिसकी बानगी करनपुर प्राथमिक विद्यालय में देखी जा सकती है. यहां शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की बजाय उनसे साफ-सफाई करवाते नजर आ रहे हैं. ये नजारा करनपुर के प्राथमिक विद्यालय का है. जहां बच्‍चों के हाथों में कॉपी-किताब की जगह झाड़ू नजर आ रही है. शिक्षा विभाग ने भले ही स्कूलों की साफ-सफाई की व्यवस्था बनाई हो, लेकिन कुछ ऐसे टीचर भी हैं जिन्होंने छात्रों के हाथों में झाड़ू थमा दी.

विकासखंड जसपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करनपुर के प्राथमिक विद्यालय में सुबह शिक्षा ग्रहण करने आने वाले मासूम बच्चों से विद्यालय में अध्यापकों के द्वारा झाड़ू लगवाई जाती है. आलम ये है कि शिक्षकों की कारगुजारियों की तरफ शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा हैं.

इस स्कूल में बच्चों से लगवाई जाती है झाड़ू

ये भी पढ़ें:फेसबुक पर प्यार चढ़ा परवान, छत्तीसगढ़ से खटीमा शादी करने पहुंची युवती

वहीं, इस मामले में प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि भोजन माता के देरी से आने के कारण बच्चों से क्लास में झाड़ू लगवा दी जाती है. जबकि, उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह तोमर मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की बात की है.

काशीपुर: राज्य सरकार भले ही सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लाख दावे कर रही हो, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत बिल्कुल उलट है. जिसकी बानगी करनपुर प्राथमिक विद्यालय में देखी जा सकती है. यहां शिक्षक बच्चों को पढ़ाने की बजाय उनसे साफ-सफाई करवाते नजर आ रहे हैं. ये नजारा करनपुर के प्राथमिक विद्यालय का है. जहां बच्‍चों के हाथों में कॉपी-किताब की जगह झाड़ू नजर आ रही है. शिक्षा विभाग ने भले ही स्कूलों की साफ-सफाई की व्यवस्था बनाई हो, लेकिन कुछ ऐसे टीचर भी हैं जिन्होंने छात्रों के हाथों में झाड़ू थमा दी.

विकासखंड जसपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करनपुर के प्राथमिक विद्यालय में सुबह शिक्षा ग्रहण करने आने वाले मासूम बच्चों से विद्यालय में अध्यापकों के द्वारा झाड़ू लगवाई जाती है. आलम ये है कि शिक्षकों की कारगुजारियों की तरफ शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा हैं.

इस स्कूल में बच्चों से लगवाई जाती है झाड़ू

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वहीं, इस मामले में प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि भोजन माता के देरी से आने के कारण बच्चों से क्लास में झाड़ू लगवा दी जाती है. जबकि, उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह तोमर मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई की बात की है.

Intro:डेस्क प्लीज इस खबर को उठा लिया जाए।


Summary- विकासखंड जसपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करणपुर में प्राथमिक विद्यालय में आजकल चपरासियों का काम छोटे नौनिहालों के द्वारा किया जा रहा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षकों के द्वारा इन बच्चों को शिक्षा नहीं बल्कि चपरासी बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है।

एंकर- विकासखंड जसपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करणपुर में प्राथमिक विद्यालय में आजकल चपरासियों का काम छोटे नौनिहालों के द्वारा किया जा रहा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षकों के द्वारा इन बच्चों को शिक्षा नहीं बल्कि चपरासी बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है।
Body:वीओ- आमतौर पर स्कूलों में बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं लेकिन कुछ स्कूल ऐसे भी हैं जहां ऐसा लगता है मानो बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण नहीं करने नहीं बल्कि स्कूलों की सफाई तथा क्लासों के जाले साफ करने के लिए आते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं एक ऐसे स्कूल की जहां शिक्षा ग्रहण करने आने वाले हैं छोटे मासूम बच्चों के हाथ में स्कूल में घुसते के साथ ही किताबों की जगह झाड़ू पकड़ा दी जाती है। विकासखंड जसपुर के कुंडा थाना क्षेत्र के ग्राम करनपुर के प्राथमिक विद्यालय में सुबह शिक्षा ग्रहण करने आने वाली मासूम बच्चों से विद्यालय के अध्यापकों के द्वारा कक्षाओं में झाड़ू लगवाई जाती है। खास बात यह है कि इस स्कूल में शिक्षकों की कारगुजारियों की तरफ शिक्षा विभाग के किसी भी अधिकारी का ध्यान कभी इस और ज्यादा तक नहीं है इसी का नतीजा है कि जिन मासूमों के हाथ में किताब में होनी चाहिए थी उनके हाथों में स्कूल में घुसते झाड़ू थमा दी जाती है। जब इस बारे में विद्यालय के प्रधानाचार्य जितेंद्र कुमार सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि भोजन माता के देरी से आने के कारण बच्चों से क्लास में झाड़ू लगवा दी जाती है। वही इस बारे में जब जसपुर के उप जिलाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने जांच की बात कहते हुए कार्यवाही का आश्वासन दिया।
बाइट- जितेंद्र कुमार सिंह, प्रधानाचार्य प्राथमिक विद्यालय करनपुर
बाइट- सुंदर सिंह तोमर, उप जिलाधिकारी जसपुरConclusion:
Last Updated : Dec 1, 2019, 2:10 PM IST
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