खटीमा: इंडो-नेपाल बॉर्डर पर पिलर संख्या 797/17 तथा 796/1 के मध्य नो मैंस लैंड पर नेपाली नागरिकों द्वारा फिर अतिक्रमण का प्रयास किया गया. सूचना मिलने ही एसएसबी के जवान मौके पर पहुंचे और नेपाली अतिक्रमणकारियों को वहां से हटाया.
पिछले कुछ समय से उत्तराखंड से लगी नेपाल सीमाओं पर नेपाल के लोगों द्वारा नो मैंस लेंड पर अतिक्रमण का प्रयास किया जाता रहा है. ताजा मामले में पिलर संख्या 797/17 तथा 796/1 के मध्य नो मैंस लैंड की जमीन पर अतिक्रमण को लेकर वार्ड नंबर 8 दोधारा चांदनी नेपाल निवासी नारायण अधिकारी समेत उसके दोनों पुत्र दिनेश व दीपेश द्वारा खेती करने का प्रयास किया गया.
मौके पर पहुंचे एसएसबी जवान और अतिक्रमणकारियों के बीच जमकर नोंकझोंक हुई. पूर्व में भी इसी स्थान पर नेपाली नागरिकों द्वारा अतिक्रमण का प्रयास किया गया था. उस वक्त भी एसएसबी व नेपाल एपीएफ के मध्य हुई वार्ता के बाद मामले को हल कर लिया गया था. लेकिन एक बार फिर से यह प्रयास किया गया है.
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कुछ समय पूर्व चंपावत जिले के टनकपुर ब्रह्मदेव में भी नो मैंस लैंड में नेपालियों द्वारा तारबाड़ व वृक्षारोपण कर अतिक्रमण की कोशिश की गई. वह विवाद अभी भी सुलझ नहीं पाया है. बावजूद इसके एक बार फिर खटीमा मेलाघाट इंडो-नेपाल सीमा पर अतिक्रमण का प्रयास किया गया है. लोग जानबूझ कर भारत-नेपाल सीमा विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
हालांकि एसएसबी जवानों की मुस्तैदी ने एक बार फिर से उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है. लेकिन भविष्य के लिए नेपाली जनमानस का इस तरह से नो मैंस लैंड पर अतिक्रमण का प्रयास भारतीय एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है और इसके बारे में उनको गंभीरता से सोचना होगा.
जिला प्रशासन ने किया दौरा
खटीमा से लगी इंडो- नेपाल बॉर्डर पर पिलर संख्या 797/17 तथा 796/1 के मध्य नो मैंस लैंड पर नेपाली नागरिकों द्वारा कल किये गये अतिक्रमण के प्रयास के बाद एसडीएम खटीमा के साथ पुलिस और एसएसबी के अधिकारियों ने नो मैंस लैंड का दौरा किया और पूरे मामले पर विस्तृत रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजने की कही बात.