काशीपुर: ऊधम सिंह नगर पुलिस ने वैसे तो यूपी बॉर्डर पर सख्ती कर रखी है. किसी को भी बिना पास के जिले की सीमा में नहीं घुसने दिया जा रहा है. साथ ही जो लोग बाहरी राज्यों या जिलों से आ रहे हैं उन्हें 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन या फिर क्वारंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है. लेकिन कुछ लोग क्वारंटाइन सेंटर जाने से बचने के लिए चोरी-छिपे खेतों के रास्ते गांव में घुस रहे हैं. ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए प्रशासन ने गांव और शहर में स्पेशल पुलिस ऑफिसर (एसपीओ) की तैनाती की है.
उत्तराखंड में जिस स्पीड से प्रवासी आ रहे हैं उतनी ही तेजी से प्रदेश में कोरोना का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है. हालांकि पुलिस-प्रशासन बाहर से आने वाले किसी भी प्रवासी को सीधे घर नहीं जाने दे रहा है. सभी को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जा रहा है. फिर भी सीमित पुलिस बल के कारण सभी पर नजर रख पाना नामुमकिन है. यही कारण है कि कुछ लोग पुलिस की आंखों में धूल झोंककर अपने गांव पहुंच जा रहे हैं. ऐसे लोग अपने घरवालों के साथ ग्रामीणों को भी मुसीबत में डाल रहे हैं.
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ऐसे लोगों पर नजर रखने के लिए एसपीओ की मदद ली जा रही है. सभी एसपीओ चिलचिलाती गर्मी में गांव और शहर के एंट्री प्वाइंट पर प्रवासियों पर मुस्तैदी से नजर रखे हुए हैं. यदि कोई व्यक्ति पुलिस की नजर से बचकर गांव में आ भी जाता है तो वो एसपीओ की नजर से नहीं बच पाएगा. एसपीओ गांव या मोहल्ले में आए किसी भी नए व्यक्ति की जानकारी तत्काल पुलिस को देंगे, ताकि उस व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जा सके. काशीपुर सीओ मनोज ठाकुर ने एसपीओ के काम की तारीफ की है.