खटीमा: ऊधम सिंह नगर जिले के खटीमा में स्थित आंचल दूध डेयरी में चार साल पहले हुए बीस लाख रुपए के दूध पाउडर घोटाले के मामले पर एक बार फिर सियासत गरमा गई है. ऊधम सिंह नगर दुग्ध संघ के पूर्व अध्यक्ष व वर्तमान दुग्ध संघ सदस्य राजवीर सिंह ने इस मामले की एक बार फिर निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है. उन्होंने दुग्ध संघ के अधिकारियों की कार्यप्रणाली के खिलाफ नैनीताल हाईकोर्ट में जाने की बात कही है.
राजवीर सिंह के अनुसार नैनीताल हाईकोर्ट ने चार साल पहले दुग्ध सहकारी संघ खटीमा में हुए दूध पाउडर घोटाले में राज्य सरकार को जांच के आदेश दिए थे. दुग्ध संघ कमेटी के सदस्यों की एक कमेटी को जांच की जिम्मेदारी दी गई थी. पिछली बोर्ड बैठक में वह जांच रिपोर्ट यह कह कर बोर्ड के सामने नहीं रखी गई कि उसे निदेशालय स्तर पर भेजा जाना है. बीते रोज हुई ऊधम सिंह नगर दुग्ध संघ की बोर्ड बैठक में इस जांच रिपोर्ट की फाइल सदस्यों के अनुमोदन हेतु रख दी गई.
पढ़ें- लॉकडाउन ने दुश्मनों की करा दी यारी, एक ही घर में रहे हैं तेंदुआ-टाइगर बारी-बारी
पूर्व बोर्ड अध्यक्ष राजवीर सिंह ने जब उस जांच रिपोर्ट फाइल के बारे में जानकारी ली तो उस फाइल में यह लिखा गया था कि जांच रिपोर्ट पिछली बोर्ड की बैठक में रखी जा चुकी है. इसलिए इस बोर्ड बैठक में बोर्ड के अनुमोदन हेतु रखी जा रही है.
राजवीर सिंह का कहना है कि इसीलिए उन्होंने इस घोटाले की जांच को दबाने की योजना का विरोध कर बोर्ड बैठक को बीच में ही छोड़ दिया था. अब वह दूध पाउडर घोटाले को दबाने के इन प्रयासों पर चुप नहीं बैठेंगे. मुख्यमंत्री और शासन के समक्ष मामला रख दुग्ध संघ निदेशालय से इस मामले की एक बार फिर निष्पक्ष जांच की मांग करेंगे. राजवीर ने कहा कि वो चाहते हैं कि ऊधम सिंह नगर दुग्ध सहकारी संघ लिमिडेट खटीमा में पूर्व में हुए इस घोटाले का खुलासा हो सके.
जब इस बारे में दुग्ध संघ के महाप्रबंधक संजय डिमरी से बात कि गई तो वे गोलमोल जवाब देते हुए नजर आए. बता दें कि इस डेयरी घोटाले को फिर से उठाने वाले राजवीर सिंह जहां ऊधम सिंह नगर के पूर्व दुग्ध संघ के अध्यक्ष हैं, वहीं वर्तमान में उत्तराखण्ड सरकार में राज्य मंत्री भी हैं.