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बाजपुर गोलीकांड: अविनाश शर्मा के सरेंडर की सूचना पर कोर्ट में भारी पुलिस बल रहा तैनात

बाजपुर गोलीकांड मामले में पुलिस कांग्रेस के पूर्व सचिव अविनाश शर्मा की गिरफ्तारी नहीं कर पाई है. आज अविनाश शर्मा की कोर्ट में पेशी की सूचना के बाद जिला कोर्ट परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा. इस दौरान पुलिस ने चेकिंग अभियान भी चलाया. अधिवक्ताओं की गाड़ियां भी चेक कीं. इस पर बार एसोसिएशन ने नाराजगी जताई.

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Published : May 2, 2022, 2:38 PM IST

रुद्रपुर: बाजपुर गोलीकांड मामले में फरार चल रहे कांग्रेस के पूर्व सचिव अविनाश शर्मा की कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना पर कोर्ट के बाहर सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी. इसके साथ ही कोर्ट परिसर में सादी वर्दी में भी पुलिस के जवान तैनात रहे. इस दौरान हर आने जाने वाले की गाड़ियों की चेकिंग की गई. इस दौरान पुलिस ने अधिवक्ताओं की भी गाड़ियां चेक कीं, जिस पर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने नाराजगी जाहिर की.

अविनाश ने नहीं किया सरेंडर: बता दें, बार एसोसिएशन के किसी अधिवक्ता की डेथ हो जाने के कारण वकीलों ने आज काम नहीं किया. इस कारण आज कोर्ट की कार्रवाई नहीं हुई. हालांकि, अविनाश के सरेंडर करने की सूचना पर पुलिस ने कोर्ट परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात की क्योंकि बाजपुर में हुए गोलीकांड मामले में फरार चल रहे कांग्रेस पूर्व प्रदेश सचिव अविनाश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है.

अविनाश शर्मा गिरफ्त से बाहर

एसपी सिटी की अगुवाई में कोर्ट गेट पर वाहनों की चेकिंग की गई. वहीं, सादी वर्दी में कोर्ट परिसर में जगह-जगह पुलिस और एसओजी कर्मी तैनात रहे. करीब 4 घंटे की चेकिंग के बाद पुलिसकर्मी चले गए. इस दौरान पुलिस ने अधिवक्ताओं की गाड़ियों को भी चेक किया, जिस पर बार एसोसिएशन ने कड़ा एतराज जताया.

27 अप्रैल की घटना: 27 अप्रैल को काशीपुर में करोड़ों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों में टकराव हो गया था. इस दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गयी थी, जबकि बाजपुर ब्लॉक कनिष्ठ प्रमुख सहित 3 लोग घायल हो गए थे. बाजपुर के पहाड़पुर गांव निवासी कनिष्ठ प्रमुख तजिंदर सिंह उर्फ जंटू का पिपलिया गांव निवासी नेत्र प्रकाश शर्मा के साथ पाल ग्रिड स्टोन क्रशर को लेकर विवाद चल रहा है.
पढ़ें- बाजपुर में करोड़ों के लेनदेन के विवाद में चली गोली, एक की मौत, 3 घायल

इसी को लेकर एक दिन पहले नेशनल हाईवे स्थित एक होटल में पंचायत भी हुई थी, लेकिन पंचायत में कोई नतीजा नहीं निकला. इसी बीच चेक देने के लिए बुलाए जाने पर तजिंदर अपने साथी कुलवंत सिंह, हरप्रीत, सिंह और मोहित अग्रवाल के साथ आधी रात नेत्र प्रकाश शर्मा के घर पहुंचे. जैसे ही उन्होंने डोरबेल बजाई घर के अंदर से गोलियां चलनी शुरू हो गईं, जिसमें गोली लगने से कुलवंत सिंह की मौत हो गई, जबकि कनिष्ठ प्रमुख तजिंदर सिंह, मोहित अग्रवाल और हरप्रीत सिंह घायल हो गए थे. इस मामले में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. एफआईआर में कांग्रेस के पूर्व सचिव अविनाश शर्मा का भी नाम है, तभी से पुलिस अविनाश शर्मा की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.

रुद्रपुर: बाजपुर गोलीकांड मामले में फरार चल रहे कांग्रेस के पूर्व सचिव अविनाश शर्मा की कोर्ट में सरेंडर करने की सूचना पर कोर्ट के बाहर सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स की तैनाती की गई थी. इसके साथ ही कोर्ट परिसर में सादी वर्दी में भी पुलिस के जवान तैनात रहे. इस दौरान हर आने जाने वाले की गाड़ियों की चेकिंग की गई. इस दौरान पुलिस ने अधिवक्ताओं की भी गाड़ियां चेक कीं, जिस पर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने नाराजगी जाहिर की.

अविनाश ने नहीं किया सरेंडर: बता दें, बार एसोसिएशन के किसी अधिवक्ता की डेथ हो जाने के कारण वकीलों ने आज काम नहीं किया. इस कारण आज कोर्ट की कार्रवाई नहीं हुई. हालांकि, अविनाश के सरेंडर करने की सूचना पर पुलिस ने कोर्ट परिसर में भारी पुलिस फोर्स तैनात की क्योंकि बाजपुर में हुए गोलीकांड मामले में फरार चल रहे कांग्रेस पूर्व प्रदेश सचिव अविनाश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है.

अविनाश शर्मा गिरफ्त से बाहर

एसपी सिटी की अगुवाई में कोर्ट गेट पर वाहनों की चेकिंग की गई. वहीं, सादी वर्दी में कोर्ट परिसर में जगह-जगह पुलिस और एसओजी कर्मी तैनात रहे. करीब 4 घंटे की चेकिंग के बाद पुलिसकर्मी चले गए. इस दौरान पुलिस ने अधिवक्ताओं की गाड़ियों को भी चेक किया, जिस पर बार एसोसिएशन ने कड़ा एतराज जताया.

27 अप्रैल की घटना: 27 अप्रैल को काशीपुर में करोड़ों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों में टकराव हो गया था. इस दौरान हुई फायरिंग में एक युवक की मौत हो गयी थी, जबकि बाजपुर ब्लॉक कनिष्ठ प्रमुख सहित 3 लोग घायल हो गए थे. बाजपुर के पहाड़पुर गांव निवासी कनिष्ठ प्रमुख तजिंदर सिंह उर्फ जंटू का पिपलिया गांव निवासी नेत्र प्रकाश शर्मा के साथ पाल ग्रिड स्टोन क्रशर को लेकर विवाद चल रहा है.
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इसी को लेकर एक दिन पहले नेशनल हाईवे स्थित एक होटल में पंचायत भी हुई थी, लेकिन पंचायत में कोई नतीजा नहीं निकला. इसी बीच चेक देने के लिए बुलाए जाने पर तजिंदर अपने साथी कुलवंत सिंह, हरप्रीत, सिंह और मोहित अग्रवाल के साथ आधी रात नेत्र प्रकाश शर्मा के घर पहुंचे. जैसे ही उन्होंने डोरबेल बजाई घर के अंदर से गोलियां चलनी शुरू हो गईं, जिसमें गोली लगने से कुलवंत सिंह की मौत हो गई, जबकि कनिष्ठ प्रमुख तजिंदर सिंह, मोहित अग्रवाल और हरप्रीत सिंह घायल हो गए थे. इस मामले में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. एफआईआर में कांग्रेस के पूर्व सचिव अविनाश शर्मा का भी नाम है, तभी से पुलिस अविनाश शर्मा की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.

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